मुंगेली: लोरमी पुलिस ने अचानकमार टाइगर रिजर्व और पुलिस टीम पर हमला करने के मामले में 8 और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. बीते 2 मई को संदिग्धों की धरपकड़ के लिए गई एटीआर की टीम पर वनग्राम निवासखार में ग्रामीणों ने हमला कर दिया था. पकड़े गए सभी आरोपियों को लोरमी थाने में रखा गया है.
बता दें कि ATR में बीते 1 अप्रैल से लेकर 25 अप्रैल तक वन्यप्राणियों की गणना के लिए ट्रैप कैमरे लगाए गए थे. कुछ संदिग्ध तीर-धनुष के साथ जंगल में ट्रैप कैमरे में ट्रेस हुए थे. इन्हीं संदिग्धों की जांच के लिए ATR की टीम वनग्राम निवासखार गई हुई थी.
रेंजर से कराया उठक-बैठक
इसी दौरान सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ ने एक साथ ATR की टीम पर हमला कर दिया. इसके अलावा रेंजर से ग्रामीणों ने उठक-बैठक भी करवाया. वहीं भीड़ ने सरकारी गाड़ियों को भी निशाना बनाया. इस हमले में रेंजर समेत कुछ वन कर्मचारी घायल हो गए थे. एटीआर टीम की रिपोर्ट पर 17 लोगों के खिलाफ नामजद अपराध पंजीबद्ध किया गया था.
पुलिस पर भी हुआ था पथराव
इन्हीं हमलावरों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम भी निवासखार गांव गई हुई थी. पुलिस की टीम में दो एडिशनल एसपी, दो एसडीओपी समेत भारी संख्या में जवान मौजूद थे. पुलिस 9 हमलावरों को जिनमें 6 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं, उन्हें गिरफ्तार कर जैसे ही गांव से निकल रही थी, वैसे ही एक बार फिर ग्रामीणों ने पुलिस के वाहन पर भी पथराव कर दिया था. पुलिस बस के चालक भोजराम डहरिया के मुताबिक पथराव इतना तेज था कि किसी को भी संभलने का मौका ही नहीं मिला.
150 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला किया दर्ज
ग्रामीणों के पथराव से किसी तरह बचाते हुए जवानों से भरी बस को चालक ने गांव से बाहर निकाला. इस घटना में एडिशनल एसपी सीडी तिर्की के बाएं हाथ में हल्की चोट भी लगी. बाकी जवानों को भी मामूली चोटें आई थी. पुलिसकर्मियों पर हुए हमले के मामले में 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इसी कड़ी में 8 और हमला करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.