मुंगेली: कांग्रेसी पार्षद हेमेंद्र गोस्वामी को (Congress councilor Hemendra Goswami ) मुंगेली नगर पालिका का कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया (Became acting president of Mungeli Municipality). छत्तीसगढ़ नगर पालिका अधिनियम 1961 (Chhattisgarh Municipality Act 1961) के तहत उन्हें यह कमान दी गई है. नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने यह आदेश जारी किया है. पूर्व अध्यक्ष संतुलाल सोनकर को हटाए जाने के बाद यह पद खाली हुआ था. 13 लाख के नाली घोटाले में पूर्व अध्यक्ष संतुलाल सोनकर जेल में बंद है.
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि पूरा मामला मुंगेली के परमहंस वार्ड में स्वीकृत नाली निर्माण से जुड़ा है. इस वार्ड में नाली निर्माण के लिए 18 लाख रुपये स्वीकृत हुआ था. जिसमें से बगैर कार्य किये ही 13 लाख रुपये सोफिया कंस्ट्रक्शन के ठेकेदार के नाम से चेक जारी भुगतान कर दिया गया था. इस मामले की शिकायत कांग्रेसी नेताओं नें मुंगेली कलेक्टर से की थी. जिस पर मुंगेली कलेक्टर नें एसडीएम को जांच का जिम्मा सौंपा था. मुंगेली एसडीएम के जांच प्रतिवेदन के आधार पर कलेक्टर अजीत वसंत नें नगर पालिका के सीएमओ को 6 दोषी लोगों के खिलाफ थानें में रिपोर्ट दर्ज करानें के निर्देश दिये थे. जिस पर नगर पालिका के सीएमओ नें सिटी कोतवाली पहुंचकर नगर पालिका के अध्यक्ष संतुलाल सोनकर, तत्कालीन सीएमओ विकास पाटले, इंजीनियर जोएस तिग्गा, लिपिक सियाराम साहू, लेखापाल आनंद निषाद और सोफिया कंस्ट्रक्शन के संचालक ठेकेदार वसीम खान के खिलाफ धारा 420, 467, 468 सहित अन्य धाराओं के अंतर्गत अपराध पंजीबद्द कर पतासाजी कर रही थी. इसी बीच बीते 9 नवंबर को नगर पालिका अध्यक्ष संतुलाल सोनकर नें कोर्ट के सामनें सरेंडर कर दिया था. जिसके बाद से वो जेल में बंद है, जबकि इस मामले के बाकि के आरोपी अभी फरार हैं.
ऐसी है नगपालिका में सरकार
मुंगेली नगरपालिका में कुल 22 वार्ड हैं. इनमें से 11 वार्डों में बीजेपी,10 वार्डों में कांग्रेस जबकि एक निर्दलीय पार्षद चुनकर आये हैं. बहुमत के हिसाब से बीजेपी नें यहां अपना नगर पालिका अध्यक्ष संतुलाल सोनकर को चुनकर बैठाया था. लेकिन नगरपालिका अध्यक्ष के जेल जानें के बाद से नगर की सियासत में उबाल आ गया था. बीते दिनों संतुलाल सोनकर को उनके पद से शासन ने हटा दिया था। जिसके बाद से ये पद खाली पड़ा था.