इनके स्वागत के लिए मुंगेली में हर दल और हर तबके के लोगों ने पलकें बिछाकर गाजे-बाजे और आतिशबाजी के साथ अपने जवान का स्वागत किया.
कमल नारायण साहू बताते हैं कि 11 जनवरी 2002 को आर्मी एयर डिफेंस में गनर के पद पर पदस्थ हुए थे. जिसके बाद वे फिरोजपुर कैंट, श्रीनगर ओल्ड एयरफील्ड और गुजरात के कच्छ इलाके में लंबे समय तक रहे. इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय राइफल में 2 बार 6 साल तक अपनी सेवा भी दे चुके हैं.
उनकी सेवा के लिए समय-समय पर ओपी पराक्रम, तीन बार ओपी रक्षक, समिति स्पेशल सर्विस मेडल और सैन्य सेवा मेडल से भारतीय सेना ने सम्मानित भी किया है.
देश की सेवा कर वापस लौटे कमल नारायण अपने स्वागत से बेहद खुश नजर आ रहे हैं. वहीं कमल नारायण के इस तरह के स्वागत को देखकर उनके पिता की आंखे खुशी से भर आई. उनेक पिता ने लोगों का शुक्रिया किया. वहीं देश की सेना में सेवा कर चुके जिले के ही एक अन्य फौजी संतोष साहू सेना के प्रति जमकर सराहना की.