मुंगेली: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर अंतागढ़ टेपकांड सुर्खियों में है. मामले में एक बार फिर सियासत चरम पर है. टेपकांड को लेकर एक बार फिर से बयानबाजी शुरू हो गई है. इधर, मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, उनके बेटे अमित जोगी, मंतूराम पवार और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद पुनित गुप्ता को वॉइस सैंपल देने के लिए नोटिस भेजा है.
एसआईटी की नोटिस के बाद से मामले में सियासत तेज हो गई है. मंतूराम पवार के बाद अब अमित जोगी और अजीत जोगी ने भी वॉइस सैंपल देने से इनकार कर दिया है. वहीं पुनीत गुप्ता को अभी तारीख नहीं दी गई है. जोगी और जूनियर जोगी द्वारा वॉइस सैंपल देने से इनकार करने के बाद मामले में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ने दोनों को निशाने पर लिया है.
अगर दोनों सही हैं तो देना चाहिए वॉइस सैंपल
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जोगी और जूनियर जोगी के वॉइस सैंपल देने से इनकार करने के बाद दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर दोनों सही हैं, तो उन्हें वॉइस सैंपल दे देना चाहिए. जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
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अनर्गल बयानबाजी न करें अमित जोगी
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू आज मुंगेली दौरे पर थे. जहां उन्होंने अजीत जोगी और अमित जोगी पर जमकर निशाना साधा. गृहमंत्री ने कहा कि वॉइस सैंपल से पता चल जायेगा कि क्या सही है और क्या गलत. गृहमंत्री ने अमित जोगी को नसीहत देते हुए कहा कि एसआईटी को लेकर अमित जोगी अनर्गल बयानबाजी न करें. उन्होंने कहा कि जांच में सबको सहयोग करना चाहिए.
एसआईटी पर किया था बयानबाजी
दरअसल, कांकेर के अंतागढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार ने नामांकन के बाद चुनाव लड़ने से इंकार करने कर दिया था. जिसकी जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है. अमित जोगी ने एसआईटी को स्टूपिड इन्वेस्टिगेटिव टीम कहा था.