सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी की समीक्षा बैठक में कार्यकर्ताओं ने पार्टी पदाधिकारियों और बीजेपी सरकार के मंत्रियों की कार्यप्रणाली पर आरोप लगाए. कार्यकर्ताओं ने हार के लिए सीधे तौर पर पार्टी पदाधिकारियों को ही जिम्मेदार ठहराया. इस दौरान कई कार्यकर्ताओं ने खुले तौर पर बैठक में अपनी पार्टी के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
बीजेपी नेता बचते रहे सवालो से
हालांकि इस बैठक के बाद जब बीजेपी के अंदर मची अंतर्कलह को लेकर पूर्व विधायक तोखन साहू और बीजेपी जिला अध्यक्ष कोमलगिरी गोस्वामी से सवाल पूछे गए तो दोनों सवालों से बचते नजर आए. बैठक में पूर्व विधायक तोखन साहू के अलावा बीजेपी के जिला अध्यक्ष कोमल गिरी गोस्वामी, जिला उपाध्यक्ष गुरमीत सलूजा, विनय साहू, रवि शर्मा, विश्वास दुबे समेत भारी संख्या में कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे.
शिकायतों पर नहीं हुआ निराकरण
बता दें कि लोरमी में बीजेपी को मिली हार की एक प्रमुख वजह पार्टी कार्यकर्ताओं की अनदेखी को भी माना जा रहा है. पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने नाम न बताने की शर्त पर यहां तक कहा कि, 'कुछ ग्राम पंचायत के सचिव, पटवारियों के खिलाफ सर्वाधिक शिकायतें मिल रही थीं. इनके भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद भी पार्टी के विधायक और मंत्री के समक्ष कोई सुनवाई नहीं होती थी. ऐसे में ग्रामीणों की समस्या से जुड़े ज्यादातर मामलों में कार्यकर्ता असहाय नजर आते थे. इसके चलते आम आदमी के अलावा कार्यकर्ताओं में भी सरकार के खिलाफ खासी नाराजगी थी'.