मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: खंडगवा के प्राथमिक स्कूल गणेशपुर में इन दिनों ताला लटका हुआ है. ना सिर्फ स्कूल बल्कि आंगनबाड़ी का भी यही हाल है. वजह है कि गांव में स्कूल आने-जाने का रास्ता बहुत खराब है. स्कूल जाने वाले रास्ते पर सिर्फ कीचड़ ही कीचड़ भरा हुआ है. इस वजह से बच्चों ने स्कूल और आंगनबाड़ी जाना छोड़ दिया है.
सरकार बदली लेकिन नहीं बदली गांव की सूरत: पिछले 15 साल से गांव में लगभग यही स्थिति है. बारिश के दिनों में गांव में अक्सर यही हालात रहते हैं. जिसका खामियाजा बच्चों को अपना स्कूल छोड़कर चुकाना पड़ रहा है. कई बार ऐसा होता है कि बच्चे स्कूल जाने के लिए निकलते तो है लेकिन खराब रास्ते के कारण कोई कोई ना कोई हादसा होने से दोबारा स्कूल जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते.
बच्चों का क्या भविष्य, सरकार बोलती है कि पढ़ो लिखों, आगे बढ़ों, लेकिन कीचड़ भरे रास्ते से कैसे स्कूल जाएंगे, वहीं गोबर गणेश बने रहेंगे. स्कूल आंगनबाड़ी बंद है. -ग्रामीण
छोटे छोटे बच्चे स्कूल जा नहीं पाते हैं, गिर जाते हैं. स्कूल और आंगनबाड़ी एक ही जगह है, लेकिन रास्ता ठीक नहीं है, इसलिए स्कूल बंद है. - ग्रामीण
प्रशासन से लगाई गुहार, नहीं सुधरी हालत: गणेशपुर गांव की हालत ये है कि बारिश के दिनों में पैदल गुजरने पर भी गिरने का खतरा रहता है. ग्रामीण पिछले 15 सालों से पक्की सड़क और पुल के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं. लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
बारिश के दिनों में बाढ़ के पानी से गांव में कीचड़ हो जाती है. जिससे बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं. नदी में पानी भर जाने से टीचर गांव नहीं आ पाते हैं. गांव में सड़क और करीब बहने वाली नदी पर पुल बनाने का आवेदन अधिकारी, विधायक को दे चुके हैं लेकिन कोई देखने भी नहीं आया. - शंकर सिंह, सरपंच, गणेशपुर
प्रशासन से मदद का आस में ग्रामीण: कोरिया जिला का विभाजन होने और एमसीबी जिला बनने के बाद 33 ग्राम पंचायत कोरिया जिले में शामिल हो गए. लेकिन आज भी उन ग्राम पंचायतों का जनपद पंचायत एमसीबी जिले के खडगांव में ही आता है. उन्हीं में से एक ग्राम पंचायत गणेशपुर है. प्रशासन गांववालों के इस समस्या पर कब ध्यान देगी? यहां की खराब सड़कों और नदी पर पुल का निर्माण कब होगा. प्रशासन इस पर एक्शन कब तक लेता है, यह अब देखना होगा.