एमसीबी: मार्च महीने में जनकपुर के पचनी डैम में नहर का निर्माण व रिपेयरिंग काम किया गया. इसमें 3 करोड़ 75 लाख की लागत आई. लेकिन बारिश शुरू होते ही नहर का करीब 40 मीटर हिस्सा ढह गया. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जल संसाधन विभाग से की.
3 महीने में ढह गई करोड़ों की नहर: जनकपुर क्षेत्र के आसपास के 10 गांव के किसानों को खेती के लिए पानी की सुविधा उपलब्ध कराने मार्च के महीने में 7 किलोमीटर लंबी नहर बनाई गई. इस नहर को 250 एकड़ खरीफ व रबी की फसल की सिंचाई के लिए बनाया गया था. लेकिन बारिश शुरू होते ही नहर का 40 मीटर हिस्सा ढह गया. ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग के अफसर और ठेकेदार पर मिलीभगत कर गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने बताया कि नहर का काम 3 महीने पहले की पूरा हुआ था.
ठेकेदार और अफसर ने मिलीभगत कर गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य किया है. विरोध के बाद भी ठेकेदार ने मनमाने ढंग से नहर का निर्माण किया.- अरिमरदन सिंह, उप सरपंच ग्राम पंचायत डोम्हरा
ठेकेदार पर फोड़ा ठीकरा: जल संसाधन विभाग ने नहर के डैमेज होने का ठीकरा ठेकेदार पर मढ़ दिया. विभाग के अगस्तीन टोप्पो ने बताया कि नहर का जो हिस्सा ढह गया है, उसे ठेकेदार की तरफ से मेंटनेंस कराया जाएगा. नहर निर्माण के बाद 10 साल तक उसके मेंटनेंस की जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है.