मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 19 सितंबर को एमसीबी जिले के दौरे पर रहेंगे. जिले में भरतपुर विकासखंड के सीतामढ़ी हरचौका में राम वनगमन पथ के विकास कार्यों का लोकार्पण किया जाएगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 19 सितंबर को राम वन गमन पथ के प्रवेश द्वार सीतामढ़ी में विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे.
श्रीराम की प्रतिमा का करेंगे आनावरण: सीतामढ़ी में प्रभु श्रीराम की 25 फीट ऊंची प्रतिमा तैयार का गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल श्रीराम की प्रतिमा का आनावरण करेंगे. साथ ही राम वाटिका के अधोसंरचना और विकास कार्यों का लोकार्पण भी सीएम बघेल करेंगे. सीएम भूपेश बघेल यहां आयोजित रामायण महोत्सव में भी शिरकत करेंगे.
क्यों खास है सीतामढ़ी हरचौका? : एमसीबी के वनांचल क्षेत्र सीतामढ़ी हरचौका में भगवान श्रीराम के विशाल मूर्ति का निर्माण कराया गया है. मान्यता है कि अपने वनवास काल में भगवान श्रीराम जब छत्तीसगढ़ में आये थे, तो पहला पड़ाव उनका इसी मवई नदी के किनारे हरचौका में हुआ था. लोगों का यह भी मानना है कि भगवान श्रीराम के आगमन से पहले यहां विश्वकर्मा भगवान आये थे. विश्वकर्मा भगवान के द्वारा ही भगवान श्रीराम के रुकने के लिए गुफा का निर्माण किया गया था.
हरचौका पर्यटन और तीर्थस्थलों में शामिल: इन्हीं मान्यताओं को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने सीतामढ़ी हरचौका को पर्यटन और तीर्थस्थलों में शामिल किया है. इस जगह पर कई विकास कार्य कराए गए हैं और कई सुविधाएं विकसित की गई है. इस जगह पर पूरे साल भर भक्तों का आना-जाना लगा रहता है. वहीं साल में एक बार मेले का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें दूर-दूर से लोगों का आना होता है.
गुफाओं में है माता सीता की रसोई: आपको बता दें, जिला मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ से लगभग 150 किलोमीटर दूर वनांचल क्षेत्र में मवई नदी किनारे सीतामढ़ी का हरचौका स्थित है. यहां की गुफाओं में 17 कमरे हैं. इस स्थान को सीता की रसोई के नाम से जाना जाता है. गुफा में 12 शिवलिंग स्थापित हैं. लोगों का मानना है कि गुफा में रहते हुए प्रभु श्री राम शिवलिंग की पूजा किया करते थे. जिस मवई नदी के किनारे यह प्राचीन मंदिर है, उसका एक तट मध्यप्रदेश की सीमा में आता है. वहीं दूसरा तट छत्तीसगढ़ में आता है.