मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : मनेंद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल ने एक ऑडियो वायरल करके जिले की राजनीति में गर्माहट ला दी है. विनय जायसवाल ने बीजेपी के मंडल अध्यक्ष रघुनंदन यादव और कोल कारोबारी के बीच एक ऑडियो क्लिप वायरल की थी.जिसमें दोनों के बीच अवैध कोयले के लेनदेन की बात हुई थी.
पूर्व विधायक पर गंभीर आरोप : इस दौरान विधायक विनय जायसवाल ने ऑडियो क्लिप सार्वजनिक करने के बाद पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल को भ्रष्टाचारी कहा. श्याम बिहारी जायसवाल पर हमला करते हुए विनय जायसवाल ने उन्हें आदिवासियों की जमीन हड़पने वाला नेता बताया. साथ ही साथ ऑडियो क्लिप का संबंध पूर्व विधायक से होने की बात कही.
'' पूर्व विधायक ने जिस तरह से वन अधिकार आदिवासियों का पट्टा अपनी पत्नी और अपनी माता के नाम से बनवा लिया. उन्होंने कहा कि मेरी पुश्तैनी जमीन है.मैंने ओपन चैलेंज भी किया था.पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल साबित कर दें कि अगर उनकी पुश्तैनी जमीन है, तो मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा, कांग्रेस से पर्चा नहीं भरूंगा.'' विनय जायसवाल, कांग्रेस विधायक
कांग्रेस विधायक विनय जायसवाल ने पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल पर सौ एकड़ जमीन हड़पने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस विधायक पर पूर्व विधायक का पलटवार : बीजेपी के पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने कांग्रेस विधायक विनय जायसवाल पर पलटवार किया है. श्याम बिहारी ने कहा कि विधायक बनने के बाद मैंने 100 एकड़ जमीन लिया होगा तो प्रूफ कर दें. मैं राजनीतिक से संन्यास ले लूंगा.25 एकड़ भी प्रूफ कर देंं,तो भी मैं अपनी बात पर कायम रहूंगा.
''मैंने आदिवासियों की 1 इंच भी जमीन नहीं लूटी.उल्टा कांग्रेस विधायक विनय जायसवाल के भाई विनोद जायसवाल उनके पिता ने आदिवासियों की जमीन गैर कानूनी ढंग से अपने नाम की है. आदिवासियों की जमीन खड़गवां में 5 एकड़ ली है. जिसमें डामर प्लांट, क्रेशर प्लांट,फ्लाई एश ब्रिक्स्स, बॉटलिंंग प्लांट, आदिवासियों की जमीन पर चल रहा है.''- श्याम बिहारी जायसवाल, पूर्व बीजेपी विधायक
श्याम बिहारी जायसवाल ने विनय जायसवाल को चैलेंज करते हुए कहा कि आदिवासी की जमीन लेने की बात यदि विनय जायसवाल ने साबित की तो मैं राजनीतिक जीवन से संन्यास ले लूंगा और चुनाव नहीं लड़ूंगा. वहीं वायरल ऑडियो क्लिप के बारे में श्यामबिहारी ने कहा कि टेप को फर्जी तरीके से बनाकर पेश किया गया है.श्यामबिहारी ने अब विनय जायसवाल से पूछा है कि वो बताए कि आखिर वो कोल व्यापारी कौन हैं.जो सामने नहीं आना चाहते हैं.