मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : भरतपुर विकासखंड में दिव्यांग को सरकारी सुविधाएं नहीं मिल पा रही थी. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था.दिव्यांग को पहले आधार कार्ड बनवाने के लिए कहा गया.लेकिन जब उसका आधार कार्ड बन गया तो राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए दिव्यांग कई महीनों तक परेशान था. ईटीवी ने जब इस बारे में जिम्मेदारों से जवाब मांगा तो उनकी नींद टूटी.अब खबर दिखाए जाने के बाद दिव्यांग का राशन कार्ड में नाम जुड़ गया है.
क्या है पूरा मामला ? : आपको बता दें कि, मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले के भरतपुर विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम आरा में परमेश्वर रहता है. परमेश्वर जन्म से ही दिव्यांग है. परिवार थोड़ी बहुत खेती और मजदूरी करके जीवन यापन कर रहा है. ऐसे में परमेश्वर का पालन पोषण करने में दिक्कत आती है. सरकारी घोषणाओं के बाद भी दिव्यांग परमेश्वर को सुविधाएं नहीं मिली थी. जब इसका कारण पता किया गया तो राशन कार्ड में नाम नहीं जुड़ा होना बताया गया.
जिम्मेदारों ने झाड़ा था पल्ला : राशन कार्ड में नाम नहीं जुड़ा होने के कारण जिम्मेदारों ने सुविधाएं नहीं मिलने की बात कही.वहीं जब परिवार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पहले आधार कार्ड की मांग की गई.जब आधार कार्ड बना तो राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए वो कई महीनों तक सरकारी विभाग के चक्कर काट रहे हैं.कई बार आवेदन देने के बाद भी नाम नहीं जुड़ा.जिसके कारण ना तो दिव्यांग के हिस्से का राशन मिल रहा और ना ही ट्राइसाइकिल के लिए आवेदन हो पा रहा.
ईटीवी पर खबर दिखाए जाने के बाद जुड़ा राशन कार्ड में नाम :इस खबर को ईटीवी ने अफसरों तक पहुंचाया.जिसके बाद गांव के सरपंच ने दिव्यांग का नाम राशन कार्ड में जोड़ दिया. राशन कार्ड में नाम जोड़ने के कारण अब दिव्यांग परमेश्वर को राशन के साथ सरकारी सुविधाओं के लिए आवेदन करने में आसानी होगी.