मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: भारतीय जनता पार्टी ने भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र से केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. टिकट मिलने के बाद से ही केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह पिछले 10 दिन से लगातार विधानसभा क्षेत्र में प्रचार कर रहीं हैं. लेकिन उनके प्रचार के दौरान पूर्व विधायक चंपा देवी पावले के शामिल नहीं होने से कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
पूर्व विधायक चंपा देवी पावले ने प्रचार से बनाई दूरी: बीजेपी प्रत्याशी और केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह पिछले 10 दिन से लगातार विधानसभा क्षेत्र में प्रचार कर रहीं हैं. सोनहत, भरतपुर और मनेन्द्रगढ़ ब्लॉक के कई गांवों में उनका दौरा जारी है. लेकिन उनके प्रचार में एक बार भी पूर्व विधायक चंपा देवी पावले नजर नहीं आ रहीं है. जो बीजेपी सरकार में संसदीय सचिव भी रहीं हैं. जिसकी चर्चा पूरे विधानसभा क्षेत्र में हो रही है.
"संगठन का निर्णय सर्वमान्य है": इसे लेकर पूर्व विधायक चंपा देवी पावले का पहली बार बयान सामने आया है. उन्होंने रेणुका सिंह को भरतपुर सोनहत विधानसभा से प्रत्याशी बनाये जाने पर कहा, "जनता की मांग थी कि प्रत्याशी यहां से हो. भरतपुर सोनहत से टिकट काटी गई है, पर संगठन का निर्णय सर्वमान्य है." उनका कहना है कि रेणुका को योग्य प्रत्याशी माना गया होगा. क्षेत्र से कोई योग्य चेहरा सर्वे में नहीं पहुंच पाया होगा.
"अब फ्री महसूस कर रही हूं और परिवार को समय दे रही हूं. संगठन जहां कहेगा, वहां प्रचार करने जाऊंगी. मुझे दायित्व कहां मिलेगा, यह नहीं मालूम. अभी तक रेणुका सिंह से न मुलाकात हुई है, न कोई बात हुई है." - चंपा देवी पावले, पूर्व विधायक, भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र
क्या टिकट नहीं मिलने से हैं पूर्व विधायक? : प्रत्याशी घोषित होने के पहले जब रेणुका सिंह का नाम इस क्षेत्र के लिए चल रहा था, तब खुद चंपा देवी पावले ने कहा था कि कार्यकर्ताओं की भावना के अनुरूप टिकट क्षेत्र के लोगों को देना चाहिए. अब जब पार्टी ने सरगुजा सांसद रेणुका सिंह को यहां से टिकट दे दिया है. जिसके बाद से ही पूर्व विधायक चंपा देवी पावले अभी तक कहीं भी बीजेपी के प्रचार में रेणुका सिंह के साथ नजर नहीं आई हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी से टिकट नहीं मिलने से पूर्व विधायक चंपा देवी पावले नाराज हैं.