ETV Bharat / state

महासमुंद के 52 गांव में हाथियों का आतंक, ग्रामीण परेशान - Villagers troubled by elephant in mahasamund

महासमुंद के 52 गांववाले हाथियों के आतंक से परेशान हैं. ग्रामीण इलाकों में हाथी रात में फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. कोरोना और लॉकडाउन के बीच हाथियों के उत्पात से लोग रात भर सो नहीं पा रहे हैं. ग्रामीणों का समय पहरेदारी में गुजर रहा है.

Villagers troubled by elephant terror
हाथियों के आतंक से ग्रामीण परेशान
author img

By

Published : Apr 20, 2021, 6:06 PM IST

महासमुंद: जिले के सिरपुर इलाके के लगभग 52 गांव में हाथियों का आतंक है. यहां हाथियों ने अब तक करोड़ों रुपये की फसलों को बर्बाद कर दिया है. इसके साथ ही हाथियों ने19 लोगों की जान भी ले ली है.

हाथियों के आतंक से ग्रामीण परेशान

6 साल से हाथियों का आतंक झेल रहे ग्रामीण

वर्तमान में धान की फसलों मे बालियां आ गई हैं. फसल अब पकने के कगार पर है. कुछ दिनों में कटाई भी शुरु हो जाएगी. किसान सुबह के वक्त खेतों में अपनी फसलों की रखवाली कर लेते हैं. लेकिन रात मे दंतैल हाथी की वजह से वे खेतों मे नहीं रह पाते हैं. जिसकी वजह से हाथी रात में फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं. बीते 6 साल से यहां के ग्रामीण हाथियों के आतंक और हमले से परेशान हैं. लेकिन वन विभाग और सरकार की तरफ से अब तक इस समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है.

बलरामपुर में हाथियों के दल को रोकने के लिए बंद किए गए रास्ते

कोरोना और लॉकडाउन के चलते किसान अपनी फसल को काट नहीं पा रहे हैं. क्योंकि लॉकडाउन के कारण मजदूर काम पर नहीं आ रहे हैं. महासमुंद जिला इस बार कोरोना महामारी की चपेट में है. जिससे लोगों में दहशत का माहौल है, साथ ही हाथी का उत्पात किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है.

इन जिलों में भी है हाथियों का आतंक

बलरामपुर जिले में पिछले 27 मार्च से 13 हाथियों का दल रेवतपुर जंगल में डेरा जमाए हुए है. गर्मी का मौसम होने के कारण हाथी, भोजन पानी की तलाश में गांव में धावा बोल रहे हैं. साथ ही गन्ना की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. बीती रात भी हाथियों ने गन्ने की फसल को नुकसान पहुंचाने के साथ ही ग्रामीणों के घरों को नुकसान पहुंचाया है.

महासमुंद: जिले के सिरपुर इलाके के लगभग 52 गांव में हाथियों का आतंक है. यहां हाथियों ने अब तक करोड़ों रुपये की फसलों को बर्बाद कर दिया है. इसके साथ ही हाथियों ने19 लोगों की जान भी ले ली है.

हाथियों के आतंक से ग्रामीण परेशान

6 साल से हाथियों का आतंक झेल रहे ग्रामीण

वर्तमान में धान की फसलों मे बालियां आ गई हैं. फसल अब पकने के कगार पर है. कुछ दिनों में कटाई भी शुरु हो जाएगी. किसान सुबह के वक्त खेतों में अपनी फसलों की रखवाली कर लेते हैं. लेकिन रात मे दंतैल हाथी की वजह से वे खेतों मे नहीं रह पाते हैं. जिसकी वजह से हाथी रात में फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं. बीते 6 साल से यहां के ग्रामीण हाथियों के आतंक और हमले से परेशान हैं. लेकिन वन विभाग और सरकार की तरफ से अब तक इस समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है.

बलरामपुर में हाथियों के दल को रोकने के लिए बंद किए गए रास्ते

कोरोना और लॉकडाउन के चलते किसान अपनी फसल को काट नहीं पा रहे हैं. क्योंकि लॉकडाउन के कारण मजदूर काम पर नहीं आ रहे हैं. महासमुंद जिला इस बार कोरोना महामारी की चपेट में है. जिससे लोगों में दहशत का माहौल है, साथ ही हाथी का उत्पात किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है.

इन जिलों में भी है हाथियों का आतंक

बलरामपुर जिले में पिछले 27 मार्च से 13 हाथियों का दल रेवतपुर जंगल में डेरा जमाए हुए है. गर्मी का मौसम होने के कारण हाथी, भोजन पानी की तलाश में गांव में धावा बोल रहे हैं. साथ ही गन्ना की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. बीती रात भी हाथियों ने गन्ने की फसल को नुकसान पहुंचाने के साथ ही ग्रामीणों के घरों को नुकसान पहुंचाया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.