महासमुंद: आज से 5 साल पहले भी इस मौसम ने दस्तक दी थी. उस वक्त भी गर्मी की ही ऋतु चल रही थी. इस दौरान. अच्छे दिन और नरेंद्र मोदी के अलावा महासमुंद ने भी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा था.
मैदान में थे 11 चंदूलाल साहू
दरअसल यहां पर बीजेपी से चंदूलाल साहू और कांग्रेस से अजीत जोगी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे थे. बस फर्क सिर्फ इतना था अजीत जोगी अकेले थे तो वहीं चंदूलाल नाम से क्रिकेट टीम के बराबर प्रत्याशी मैदान में थे.
आखिर क्यों उतरे एक ही नाम के इतने प्रत्याशी
उस बात को पांच बरस बीत चुके थे. राजनीतिक दल इस बात को भूल भी चुके होंगे लेकिन हमने सोचा कि क्यों न हम उन सभी प्रत्याशियों के अपने-अपने तर्क हो सकते हैं लेकिन, ग्यारह में से एक प्रत्याशी का यह कबूल करना की अजीत जोगी की ओर से रकम दी गई थी. उसने पांच साल बाद ही सही सस्पेंस से कुछ पर्दा तो जरूर हटाया है.
परेशान हो गए थे बीजेपी प्रत्याशी
बता दें कि एक साथ ग्यारह उम्मीदवार उतरने पर बीजेपी प्रत्याशी चंदूलाल साहू ने 6-13 का इस्तेमाल कर अपने नाम के आगे चंदू भैया लिखवाया था. ये घटना कितनी प्रभावशाली थी इसे इस बात से ही समझ लीजिए कि बहुचर्चित टीवी क्विज गेम शो में यह सवाल पूछा गया था. पांच साल बाद ही सही चुनावी मैदान में जब राज से पर्दा उठा है तो सूबे के सियासी समीकरण पूरी तरह से बदल चुके हैं, लेकिन अब इसका कितना असर चुनावी मौसम में पड़ेगा ये देखने वाली बात होगी.