महासमुंद: अयोध्या में बनने जा रहे भव्य राम मंदिर को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. राम मंदिर के शिलान्यास के लिए देशभर के तीर्थ स्थानों से पवित्र नदियों का जल और मिट्टी अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए भेजी जा रही है. इसी कड़ी में राम के ननिहाल माने जाने वाले छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के सिरपुर नगरी की पवित्र मिट्टी और महानदी का जल संग्रहित कर पोस्ट ऑफिस के माध्यम से अयोध्या भेजा जा रहा है. मुक्ति धाम सेवा समिति के सदस्यों का कहना है कि भगवान श्री रामचंद्र और माता कौशल्या का छत्तीसगढ़ की भूमि से बहुत ही गहरा रिश्ता है. उनका वनवास का ज्यादातर समय छत्तीसगढ़ में बीता था.
अयोध्या राम मंदिर के लिए सिरपुर से भेजी गई मिट्टी भगवान राम के ननिहाल की मिट्टी और पानी
अयोध्या राम मंदिर के लिए सिरपुर से भेजी गई मिट्टी मुक्ति धाम समिति के सदस्य एजाज नकवी का कहना है हर व्यक्ति को जाति धर्म से उठकर अच्छे कार्यों के लिए हमेशा आगे रहना चाहिए यह हमारे हिंदू भाइयों की आस्था की बात है और उनकी आस्था को कभी कम नहीं होने दिया जाएगा. इसलिए यहां का अंश भी राम मंदिर के भूमि पूजन में जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि 5 अगस्त को जब पीएम मोदी राम मंदिर की आधार शिला रखेंगे उस दौरान मंदिर में भगवान राम के ननिहाल की मिट्टी और पानी भी होना चाहिए.सिरपुर का विशेष महत्व
अयोध्या राम मंदिर के लिए सिरपुर से भेजी गई मिट्टी बता दें, महासमुंद जिले में महानदी के तट पर बसा सिरपुर पुरातात्विक नगरी के नाम से जाना जाता हैं. यहां श्री राम ने अपने वनवास का समय काटा था. जिससे सिरपुर का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है. उसे एक तीर्थ स्थल का स्थान दिया गया है. सावन माह में बम्हनी से जल लेकर बोल बम के कांवरिये सिरपुर में शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं.