महासमुंद: खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने रविवार को महानदी के सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल सिरपुर में तीन दिवसीय सिरपुर महोत्सव का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने विकास योजनाओं और विभागीय गतिविधियों पर आधारित विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया. संस्कृति मंत्री और अतिथियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम डंडा नृत्य का आनंद लिया. कलाकारों के सम्मानित करने के साथ ही माघी पूर्णिमा सिरपुर महोत्सव की शुभकामनाएं दी.
सरकार बनने के बाद से हर ओर विकास के काम: मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि "सरकार बनने के बाद सरकार हर तरफ विकास के काम कर रही है. किसान हित में फैसले ले रही है. यहां किसान खुशहाल हैं. धान की बम्पर खरीदी की गई है. किसान की जेब में पैसा आया है. किसान तरक्की करेगा तभी छत्तीसगढ़ और आगे बढ़ेगा. गढ़बो छत्तीसगढ़ का सपना पूरा होगा." उन्होंने सरकारी योजनाओं की उपलब्धियां भी बताईं.
Sirpur mahotsav: सिरपुर महोत्सव में इस बार क्या है खास, जानिए
संस्कृति और परंपराओं का हिस्सा है महोत्सव: संस्कृति मंत्री ने कहा कि "महोत्सव संस्कृति और परम्पराओं का हिस्सा है. यह अच्छी बात है कि यहां के लोग पुरानी परंपराओं को बनाते हुए उसे संरक्षण दे रहे हैं. सरकार लोक कलाकारों को प्रोत्साहित कर रही है. हर किसी को अपनी संस्कृति पर गर्व करना चाहिए. सिरपुर लोगों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र है. दूर-दूर से लोग यहां आकर अपनी कलाओं का प्रदर्शन करते हैं और इस महोत्सव में व्यापारी जरूरत के सामान बेचते हैं."
कम संसाधन के बाद भी भव्यता कायम: कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि "कम संसाधन होने के बावजूद भी यह महोत्सव आधुनिकता के दौर में अपनी प्राचीन संस्कृति और भव्यता को बनाये हुए है. युवा पीढ़ी को यहां की बौद्ध विरासत, लोककला और संस्कृति को जानने का अवसर मिलता है." कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने अतिथियों का स्वागत किया. इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत ऊषा पटेल, उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल, जिलाध्यक्ष स्काउट गाइड दाऊलाल चंद्राकर, मुख्यकार्य पालन अधिकारी एस.आलोक, सरपंच, जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक और सैलानी उपस्थित थे.