महासमुंद: शहर में सड़क चौड़ीकरण और फोरलेन का काम चालू होने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं सड़क निर्माण एजेंसी भी नियमों को ताक पर रखकर काम कर रही है.
सड़क चौड़ीकरण और डामरीकरण का काम अप्रैल 2017 में पास हुआ है. लगभग 58 करोड़ की लागत से सड़क निर्माण होने हैं. नगरवासियों ने निर्माण एजेंसी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. निर्माण कार्य में हो रही अनियमितता को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता पंकज साहू ने दिल्ली मंत्रालय में मामले की शिकायत और जांच के लिए आवेदन किया है. साथ ही सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी लिखित शिकायत की है.
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लोग हो रहे अस्थमा का शिकार
स्थानीय निवासी और दुकानदारों का कहना है कि सड़क चौड़ीकरण में हो रही देरी और धूल संबंधी समस्या से लोग परेशान है. धूल के कारण लोग अस्थमा के शिकार हो रहे हैं. वहीं सड़क चौड़ीकरण के दौरान समय-समय पर सड़क पर पानी डालने की बात कही गई थी, लेकिन वह भी नहीं हो रहा है.