महासमुंद: 1 दिसंबर से शुरू होने वाली धान खरीदी को लेकर तैयारी तेज हो गई है. धान खरीदी केंद्रों में बारदाना की व्यवस्था, तराजू की साफ-सफाई, सत्यापन का काम किया जा रहा है. धान खरीदी केंद्र के प्रभारी एक हफ्ते में सारी तैयारी पूरी होने की बात कह रहे हैं. आला अधिकारी भी सारी दिक्कतों को दूर कर जल्द से जल्द तैयारी पूरी करने की बात कह रहे हैं.
महासमुंद जिले में 81 समितियों के 127 उपार्जन केंद्रों के जरिए धान खरीदी की जाएगी. इसके अलावा 49 नए उपार्जन केंद्र भी बनाए गए हैं, लेकिन ये अभी तक शुरू नहीं किए गए हैं. पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डालें, तो 1 लाख 34 हजार 392 किसानों ने 2 लाख 165 हजार 252 हेक्टेयर रकबा का पंजीयन कराया था. साथ ही 1 लाख 29 हजार किसानों ने 73 लाख क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर बेचा था. इस साल अब तक 1 लाख 26 हजार 590 किसान 1 लाख 97 हजार 570 हेक्टेयर रकबे का पंजीयन करा चुके हैं. इनमें 8 हजार 827 नए किसान हैं. इस साल राज्य सरकार ने 85 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है.
रायगढ़: धान खरीदी के लिए 7 हजार से ज्यादा किसानों ने कराया पंजीयन, किसान बढ़े लेकिन रकबा हुआ कम
1 हजार नए चबूतरों का निर्माण
धान खरीदी को लेकर उपार्जन केंद्रों में तैयारियां तेज हो गई हैं. उपार्जन केंद्रों की साफ-सफाई करीब-करीब पूरी हो चुकी है. इस साल करीब 1 हजार नए चबूतरे भी बनाए गए हैं. वार्ड का सत्यापन कर लिया गया है. सोसायटी में भी फिलहाल 8 लाख बारदानों की व्यवस्था है.