महासमुंद: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मिनी स्टेडियम में ध्वजारोहण कार्यक्रम के साथ कोरोना वॉरियर्स को पुरस्कृत किया जाना था. इस कार्यक्रम के तहत पुलिस जवान, पंचायत, नगर पालिका, नगर पंचायत कर्मचारी, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और डॉक्टरों का सम्मान किया जाना था. लेकिन आजादी पर्व के मौके पर महासमुंद नगर पालिका के कर्मचारियों को पुरस्कृत नहीं किया जा सका.
नगर पालिका के कर्मचारी प्रशासनिक और राजनीतिक कारणों के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. वहीं नगर पालिका अध्यक्ष का मानना है कि राजनीतिकरण के कारण नगरपालिका के कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र नहीं दिया गया. जबकि बागबाहरा, सराईपाली पंचायत के कर्मचारी, डॉक्टरों आदि को प्रशस्ति पत्र दिया गया. नगर पालिका अध्यक्ष का कहना हैं कि 'स्टेडियम से लेकर पूरे शहर के साफ सफाई करने से लेकर, सैनिटाइजर, प्रवासी मजदूरों के रहने की व्यवस्था तक का जिम्मा नगर पालिका कर्मचारियों ने बखूबी पूरा किया. प्रशासन उन्हें प्रशस्ति पत्र देने के लिए पीछे क्यों हटा यह समझ से परे है'.
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गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू से की शिकायत
उन्होंने बताया कि 2 दिन पहले ही जिला प्रशासन ने नगर पालिका के उन कर्मचारियों का नाम मंगाया गया था, जो इस महामारी में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं. मुख्य अतिथि गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को भी इस मामले से अवगत कराया गया है और शिकायत दर्ज कराई गई. वहीं कलेक्टर, एसडीएम को भी बताया गया कि लिस्ट में नाम होने के बाद भी ऐसा व्यवहार करना कही राजनीतिक दबाव के कारण तो नहीं गया. क्योंकि नगरपालिका में नगर पालिका अध्यक्ष भाजपा के हैं.