महासमुंद: शहर धूल के गुबार में तब्दील हो गया है. शहर के बीचो-बीच बड़ी गाड़ियों की आवाजाही ने चौक-चौराहों से लेकर गली-मोहल्लों को धूमिल कर दिया है. दूसरी ओर महासमुंद नगर पालिका की 50 लाख की रोड स्वीपिंग मशीन कबाड़ हो चुकी है, जिससे शहरवासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें कि 2008 में राज्य सरकार ने महासमुंद नगर पालिका में 50 लाख की रोड स्वीपिंग मशीन खरीदी थी, जिसका उपयोग महज 4 महीने ही किया गया. इसके बाद मशीन का कोई उपयोग नहीं हुआ. दिन बीतते गए और 50 लाख की मशीन कबाड़ हो गई.
आंखों में जाती है धूल
शहरवासियों का कहना है कि 'महासमुंद शहर में इतनी ज्यादा धूल है कि चौक-चौराहों से भी नहीं गुजर सकते. यदि एक गाड़ी भी निकल जाए, तो हमें आंख पर हाथ रखना पड़ता है. आंखों में धूल जाने लगती हैं'.
'उखड़ने लगी थी सड़क'
महासमुंद नगर पालिका का मशीन के सवाल पर कहना है कि 'मशीन 50 लाख रुपए में सन 2008 में राज्य शासन ने खरीदकर नगरपालिका को दी थी, लेकिन मशीन का धूल साफ करने का ब्रश वाला हिस्सा ही खराब है, जिसके कारण रोड उखड़ने लगी थी. इस वजह से 4 महीने में ही मशीन बंद करना पड़ा.
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दिया ये हवाला
उन्होंने कहा कि 'मशीन में 1 घंटे में 12 लीटर डीजल लगता है और उसमें कोई खराबी या समस्या आए, तो दिल्ली में ही बनाया जा सकता है. नगर पालिका गाड़ी को मेंटेनेंस करने की हालत में नहीं हैं.