महासमुंद: जिले के पटवारी संघ ने सोमवार को रैली निकालकर पटवारी के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई करने पर विरोध प्रदर्शन कर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है.
यह प्रदर्शन हाल ही में पिथौरा थाने में हुई धोखाधड़ी के मामले में एक पटवारी की गिरफ्तारी को लेकर था. जिसमें पटवारी संघ ने यह आरोप लगाया है कि, पुलिस बिना किसी जांच पड़ताल के पटवारी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है. पटवारी ने ही बीते सालों में उस मामले का अपने जांच प्रतिवेदन के माध्यम से खुलासा किया था.
पटवारी ने किया था फर्जी होने का प्रतिवेदन
बता दें कि पूरा मामला पिथौरा थाने क्षेत्र के ग्राम जंहार का है. जहां पर फर्जी ऋण पुस्तिका तैयार कर केसीसी के माध्यम से किसानों के नाम पर ऋण निकाला जा रहा था. मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने 2 अक्टूबर को मामला दर्ज किया और 16 नवंबर को मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी की जिसमें से एक उसके हल्के का पटवारी अनिल बरिहा भी शामिल है.
पढ़ें- महासमुंद में 47 लाख रुपये का भ्रष्टाचार, मनरेगा अधिकारी और सरंपच पति पर आरोप
पटवारी संघ ने कलम बंद करने की दी चेतावनी
वहीं पटवारी संघ का आरोप है कि मामले में पुलिस ने केवल एक पक्ष को लेकर जांच की है, क्योंकि मामले में फर्जी होने का प्रतिवेदन पटवारी ने ही तैयार किया था. पटवारी संघ ने मामले को लेकर 20 नवंबर से कलम बंद हड़ताल करने की चेतावनी भी दी है. इधर पुलिस मामने में SP के निर्देश में और उनके निगरानी में जांच होने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी होने की बात कर रही है.