महासमुंद: छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ पटवारी राजस्व संघ ने मोर्चा खोल दिया है. पटवारी संघ अपनी मांगों को लेकर सड़क पर आ गया है. पटवारी संघ के बैनर तले 7 सूत्रीय मांगों को लेकर अधिकारी-कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. पटवारी संघ भुइयां सॉफ्टवेयर की समस्या और संसाधन उपलब्ध कराने समेत कई मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं.
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पटवारी राजस्व के मुताबिक वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति बिना विभागीय जांच के एफआईआर दर्ज ना हो. फिक्स टीए, स्टेशनरी भत्ता, नक्सली भत्ता और मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त हो. इन मांगों को लेकर पटवारी संघ काफी समय से आंदोलनरत है. सरकार से कई मर्तबा धरना-प्रदर्शन कर मांग की जा चुकी है, लेकिन सरकार पटवारियों की मांग पर ध्यान नहीं दे रही है.
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अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे पटवारी
पटवारी संघ के नेताओं का कहना है कि सरकार जिस तरह से पटवारियों से काम करवाना चाहती है, जिस तरह से उन पर कार्रवाई की जा रही है, इन तरीकों से उन्हें बहुत नुकसान हो रहा है. इस तरह का नुकसान अब वह बर्दाश्त नहीं करेंगे, इसलिए वह अब अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं.
लैपटॉप मुहैया कराने की मांग
पटवारी संघ अध्यक्ष राम दीवान ने बताया कि जब तक यह मांग पूरी नहीं होगी, तब तक यह धरना खत्म नहीं होगा. भुइयां सॉफ्टवेयर हमेशा ग्रामीणों के सामने परेशानी का सबब बना रहता है. इस दौर में जिस तरह ऑनलाइन कार्य किए जा रहे हैं, उसके लिए एमपी की सरकार की तरह उन्हें भी लैपटॉप मुहैया कराया जाए, ताकि वह लोगों को जल्द कार्य करके दे सकें.
पटवारी संघ ने भूख हड़ताल की दी चेतावनी
पटवारी संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि हमारी मांगें पूरी नहीं हुई, तो आगे उग्र आंदोलन करेंगे. इस आंदोलन में भूख हड़ताल, धरना सब शामिल हैं. पटवारी संघ अपनी मांगों को लेकर सड़क पर है. सरकार को उन्होंने चेतावनी भी दी है.