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महासमुंदः बारिश ने खोली प्रशासन की पोल, रोकी गई धान खरीदी - Fad wet in paddy procurement centers

महासमुंद में बेमौसम बारिश और बदइंतजामी की वजह से धान खरीद केंद्रों में धान खरीदी रोक दी गई है. जिसकी वजह से किसानों को टोकन मिलने के बाद भी परेशानी उठानी पड़ रही है.

Paddy purchase stop
केंद्रों में धान खरीदी रुकी
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Published : Jan 4, 2020, 7:10 PM IST

महासमुंदः बेमौसम बारिश ने जिले में धाने खरीदी व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है. बारिश के कारण ज्यादातर धान खरीदी केंद्रों में खरीदी नही हुई है, वहीं किसान अपने टोकन के अनुसार धान खरीदी केंद्रों के चक्कर लगाकर परेशान होते रहें. वहीं आला अधिकारी अपना अलग राग अलाप रहे हैं.

केंद्रों में धान खरीदी रुकी

दो-तीन दिनों से मौसम में आये बदलाव ने प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है. धान खरीदी केंद्रों में धान भीग रहा है और धान खरीदी केंद्रों में फड़ गीला होने के कारण जिले के ज्यादातर धान खरीदी केंद्रो में धान खरीदी नहीं हुई है. किसान टोकन के अनुसार धान लेकर बेचने सेंटर में आए थे, लेकिन बारिश की वजह से उनके धान की खरीदी नहीं हुई.

धान खरीदी से जुड़ी जानकारी

  • जिले में 1 लाख 34 हजार 751 किसानों ने पंजीयन कराया है.
  • 81 समितियों के 127 धान खरीदी केंद्रों में खरीदी की जा रही है.
  • 1 दिसंबर से अभी तक 71 हजार 345 किसानों ने 30 लाख 66 हजार 360 क्विंटल धान बेचा है.
  • विपणन विभाग ने अब तक सिर्फ 11 लाख क्विंटल धान का परिवहन किया है.
  • केंद्रों में अभी भी लगभग 20 लाख क्विंटल धान बारिश में पड़ा हुआ है.

मामले में विपणन विभाग के आला अधिकारी का कहना है कि जिले के 63 हजार 406 किसानों ने अभी तक अपना धान नहीं बेचा है. प्रशासन एक हफ्ते में 5 दिन ही धान खरीदी करता है और मौसम खराब होने पर भी धान खरीदी का बंद हो जाना कहीं न कहीं किसानों के लिए मुसीबत का सबब है.

महासमुंदः बेमौसम बारिश ने जिले में धाने खरीदी व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है. बारिश के कारण ज्यादातर धान खरीदी केंद्रों में खरीदी नही हुई है, वहीं किसान अपने टोकन के अनुसार धान खरीदी केंद्रों के चक्कर लगाकर परेशान होते रहें. वहीं आला अधिकारी अपना अलग राग अलाप रहे हैं.

केंद्रों में धान खरीदी रुकी

दो-तीन दिनों से मौसम में आये बदलाव ने प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है. धान खरीदी केंद्रों में धान भीग रहा है और धान खरीदी केंद्रों में फड़ गीला होने के कारण जिले के ज्यादातर धान खरीदी केंद्रो में धान खरीदी नहीं हुई है. किसान टोकन के अनुसार धान लेकर बेचने सेंटर में आए थे, लेकिन बारिश की वजह से उनके धान की खरीदी नहीं हुई.

धान खरीदी से जुड़ी जानकारी

  • जिले में 1 लाख 34 हजार 751 किसानों ने पंजीयन कराया है.
  • 81 समितियों के 127 धान खरीदी केंद्रों में खरीदी की जा रही है.
  • 1 दिसंबर से अभी तक 71 हजार 345 किसानों ने 30 लाख 66 हजार 360 क्विंटल धान बेचा है.
  • विपणन विभाग ने अब तक सिर्फ 11 लाख क्विंटल धान का परिवहन किया है.
  • केंद्रों में अभी भी लगभग 20 लाख क्विंटल धान बारिश में पड़ा हुआ है.

मामले में विपणन विभाग के आला अधिकारी का कहना है कि जिले के 63 हजार 406 किसानों ने अभी तक अपना धान नहीं बेचा है. प्रशासन एक हफ्ते में 5 दिन ही धान खरीदी करता है और मौसम खराब होने पर भी धान खरीदी का बंद हो जाना कहीं न कहीं किसानों के लिए मुसीबत का सबब है.

Intro:एंकर- चंद दिनो की बारिश ने महासमुंद जिले की धान खरीदी व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी । बारिश के कारण ज्यादातर धान खरीदी केन्द्रो में खरीदी नही हुई ,तो वही किसान अपने टोकन के अनुसार धान खरीदी केन्द्रो के चक्कर लगाते रहे । जहाॅ किसान धान बेचने के लिए परेशान रहे ,वही आला अधिकारी अपना ही राग अलाप रहे है ।



Body:व्हीओ 01- महासमुंद जिले में 1 लाख 34 हजार 751 किसानो ने पंजीयन कराया है और 81 समितियों के 127 धान खरीदी केन्द्रो के माध्यम से धान खरीदी की जा रही है । एक दिसंबर से लेकर अभी तक 71 हजार 345 किसानों ने 30 लाख 66 हजार 360 क्विंटल धान बेचा है । विपणन विभाग 11 लाख क्विंटल धान का परिवहन कर पाया है और लगभग 20 लाख क्विंटल धान अभी भी धान खरीदी केन्द्रो में पडा है । दो-तीन दिनों से मौसम में आये बदलाव ने प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी । धान खरीदी केन्द्रो में धान भींग रहे है और धान खरीदी केन्द्रो में फड गींला होने के कारण जिले के ज्यादातर धान खरीदी केन्द्रो में धान खरीदी नही हुई । जिन किसानों ने टोकन के अनुसार धान लेकर आये थे वे धान बेचने के लिए समिति पर खडे रहे ,पर उनके धान की खरीदी नही हुई ।Conclusion:व्हीओ 02- इस पूरे मामले में विपणन विभाग के आला अधिकारी अपना ही राग अलाप रहे है । गौरतलब है कि जिले के 63 हजार 406 किसानो ने अभी तक अपना धान नही बेचा है। प्रशासन एक हफ्ते में 5 दिन ही धान खरीदी करता है और मौसम खराब होने पर भी धान खरीदी का बंद हो जाना कहीं न कहीं किसानों के लिए मुसीबत का सबब है ।

बाइट 01- हेमाराम चन्द्राकर - किसान बाइट पहचान चश्मा लगाया हुआ बुजुर्ग पीछे बैकग्राउंड में किसान खड़े हुए नजर आ रहे हैं।

बाइट 02- संतोष पाठक - विपणन अधिकारी पहचान क्रीम कलर का जैकेट और प्लेन कलर का शर्ट।

हाकिम नासिर महासमुंद छत्तीसगढ़ मो 9826555052



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