महासमुंद: थाना पिथौरा का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है. इसमें आरोपी की हथकड़ी खोलने वाले पुलिस नहीं एक आम व्यक्ति है. जिस व्यक्ति ने बाइक चोरी का आरोप लगाते हुए युवक को थाने मे बंद कराया, उसी ने थाने से हथकड़ी खोलते हुए उसे बाहर निकाला. फिर कार में बिठाकरक उसकी जमकर पिटाई की. पिटाई करते हुए वीडियो भी बनाया और सोशल मीडिया पर खुद ही वायरल कर दिया. अब यही पुलिस के गले की फांस बन गई है. क्योंंकि आरोप है कि पुलिस ने आरोपी को थाने से ले जाने के लिए घूस लिया. वहीं वीडियो सामने आने के बाद एएसपी महासमुंद आकाश राव गिरेपुंजे ने लापरवाही के आरोप में दो आरक्षकों को लाइन अटैक कर दिया है.
मजदूरी के एवज में दी थी बाइक: पीड़ित तरुण डहरिया रायगढ़ जिले में राहुल सिंह के यहां झाडू पोछा करने का काम करता था. कुछ दिन पहले ही अपने मालिक राहुल सिंह के यह कहने पर कि काम की मजदूरी नहीं, तुम मेरी बाइक ले जाओ और घूमो. इस पर तरुण बाइक लेकर अपने गांव आ गया और पिथौरा नगर के एक ढाबे पर काम करने लगा. बाद में राहुल सिंह अपने दोस्त सन्नी सरदार के साथ 30 जून को पिथौरा आया. रायगढ़ पुलिस में तैनात आरक्षक राहुल का भाई है. राहुल से सारी बातें जानने के बाद आरक्षक भाई ने पिथौरा थाने में तैनात अपने बैचमेट को सारी बाते बताई. इसके बाद राहुल सिंह तरुण डहरिया को पिथौरा में खोजने लगा. तरुण को उसने एक ढाबे पर रात में पकड़ लिया और यहीं से शुरू हुआ तरुण को प्रताड़ित करने का सिलसिला.
पिटाई करते हुए पिथौरा थाने लाए और हथकड़ी लगवाई: राहुल सिंह ने अपने दोस्त के साथ मिलकर तरुण को खूब पीटा और पीटते-पीटते उसे पिथौरा थाना लाया. यहां बाइक चोरी का इल्जाम लगाते हुए उसे हथकड़ी लगवाई. थाने में अपने भाई के बैचमेट पुलिसकर्मियों से उसकी पिटाई कराई. इतने से भी जब उनका मन नहीं भरा तो पिथौरा पुलिस थाने में पुलिस के सामने ही आरोपियों ने तरुण की हथकड़ी खोली और उसे सुपुर्दनामे के तहत गाड़ी में बिठाकर रायगढ़ लेकर चले गए.
रास्तेभर लात घूंसों से करते रहे पिटाई: कार में आरोपियों ने युवक की पूरे रास्ते लात घूसों से पीटाई की. इसका बाकायदा वीडियो भी बनाया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. इसके बाद एक बार फिर आरोपियों ने पीड़ित युवक को रायगढ़ सिटी कोतवाली के हवाले कर दिया. वहीं मारपीट का वीडियो वायरल होते ही शहर की एक जागरूक महिला वीडिओ के साथ सिटी कोतवाली पहुंची. पुलिस ने पीड़ित दलित युवक तरुण को कोतवाली से यह कहकर छोड़ दिया कि इसके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं है. इसके बाद यह वीडियो इंस्टाग्राम से डिलीट भी कर दिया.
न्याय के लिए एसपी से लगाई गुहार: मामले ने जब तूल पकड़ा तो पीड़ित युवक के साथ कुछ लोगों ने रायगढ़ पुलिस के अधिकारियों से मुलाकात की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें पिथौरा थाने में शिकायत करने की सलाह दी. उनका कहना था कि मामला चूंकि पिथौरा थाने का है इसलिए एफआईआर वहीं होगी. बहरहाल न्याय पाने के लिए पीड़ित दलित युवक ने रायगढ़ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर राहुल सिंह और सन्नी सरदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
मुझे पिथौरा थाने में हथकड़ी पहना कर रखा गया था और राहुल सिंह के साथ उसके दोस्त ने हथकड़ी को खोला. पुलिसकर्मियों को 4000 हजार रुपये देकर मुझे अपने साथ ले गए और उन्होंने मेरे साथ खूब मारपीट की. मुझे अब न्याय चाहिए. मैंने बाइक चोरी नहीं की है. -तरुण डहरिया, पीड़ित युवक
उक्त वीडियो संज्ञान में आते ही घटना के वक्त पिथौरा थाने में मौजूद दो आरक्षकों को लापरवाही बरतने के चलते तत्काल लाइन अटैच कर दिया है. वायरल विडियो का अवलोकन किया जा रहा है. साथ ही थाना पिथौरा में वर्तमान पदस्थ थाना प्रभारी को जांच के लिए निर्देशित भी किया है. -आकाश राव गिरेपुंजे, एएसपी महासमुंद
इस पूरे घटनाक्रम में आरोपियों का साथ देने वाले दो पुलिसकर्मियों को तत्काल लाइन अटैच कर दिया गया है. अब देखना ये है कि रसूखदार आरोपियों की गिरेबां तक कानून के हाथ कब तक पहुंचते हैं.