महासमुंद : 16 मई ये वो दिन था जब तेलगांना से पैदल सफर तय करके एक गर्भवती महिला छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ रही थी. बढ़ते-बढ़ते अचानक महिला को लेबर पेन हुआ. मदद नहीं मिलने के कारण गर्भवती मां ने खुले आसमान के नीचे अपने बच्चे को जन्म दिया. वो न परिस्थिति से हारी, न उसने अपना हौसला टूटने दिया और एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया.
23 मई आज के दिन एक महिला ने चलते ट्रक में बच्चे को जन्म दिया है. महिला ने ट्रक में बच्चे को जन्म देकर यह तो साबित कर दिया एक मां हर परिस्थिति में अपने बच्चे के लिए ढाल बनकर खड़ी रहती है.
सावन पटेल गर्भवती थी
दरअसल मजदूरों का एक दल होशंगाबाद से छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला के सिलपहरी गांव आ रहा था. ये पूरा दल ट्रक पर सवार होकर आ रहा था. ट्रक में एक महिला सावन पटेल भी थी, जो कि गर्भवती थी. रास्ते में गर्भवती महिला को लेबर पेन होने लगा. लेकिन सुनसान रास्ता और कोई मदद दिखाई नहीं देने पर अन्य महिलाओं ने ट्रक में ही डिलीवरी कराने का फैसला किया.
प्रमिला बनी 'डॉक्टर'
ट्रक में मौजूद प्रमिला बाई ने हिम्मत दिखाई और जो काम उसने कभी नहीं किया था उस काम को डॉक्टर की तरह करती चली गई और चलते हुई ट्रक में ही गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई गई और महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. रात भर के सफर के बाद सुबह ट्रक बोड़ला गांव पहुंचा, जहां आसपास के लोगों से मदद मिली.
मां और बच्चा स्वस्थ
मदद के दौरान हैल्पिंग हैंड की टीम तत्काल ट्रक के पास पहुंची और एम्बुलेंस को बुलाया गया. एम्बुलेंस की मदद से महिला को हॉस्पिटल लाया गया. जहां, मां की कोविड-19 की जांच हुई. फिलहाल महिला को नवजात शिशु के साथ हॉस्पिटल के स्टाफ की देख-रेख में रखा गया है. मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.