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जिला अस्पताल में सुविधाओं की कमी, कलेक्टर ने दिए ये निर्देश - जिला अस्पताल में सुविधाओं की कमी

महासमुंद के 100 बिस्तर अस्पताल में जिले सहित आसपास के मरीज इलाज के लिए आते हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव की वजह से छोटी-मोटी बीमारियों के मरीजों को  छोड़ बाकी सभी को रिफर कर दिया जाता है.

जिला अस्पताल
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Published : Sep 6, 2019, 2:52 PM IST

Updated : Sep 6, 2019, 4:35 PM IST

महासमुंद: विधायक और जिला स्तरीय अधिकारी से जिला अस्पताल के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के बाद कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए दो उच्च अधिकारियों को एक-दो दिन के अंदर व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए हैं. इस मामले में विधायक ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. वहीं अस्पताल अधीक्षक सुधार किए जाने की बात कह रहे हैं.

जिला अस्पताल में सुविधाओं की कमी

जिला मुख्यालय स्थित 100 बिस्तर अस्पताल में महासमुंद समेत आसपास के मरीज इलाज के लिए आते हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव की वजह से छोटी-मोटी बीमारियों के मरीजों को छोड़ बाकी सभी को रिफर कर दिया जाता है. मिली जानकारी के मुताबिक अस्पताल में सालों से अव्यवस्था फैली हुई है. इस मामले को लेकर कलेक्टर ने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को पत्र लिखा है.

अस्पताल में समस्याएं

  • जिला चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सक और अधीनस्थ पैरामेडिकल स्टाफ समय से ड्यूटी पर नहीं पहुंचते.
  • मरीजों से गलत व्यवहार किए जाने का आरोप है.

इसी कड़ी में कलेक्टर ने जिला अस्पताल पहुंच ओपीडी कक्ष का निरीक्षण किया और सिविल सर्जन से चर्चा की. इस पूरे मामले में एक ओर जहां अस्पताल अधीक्षकसुधार किए जाने की बात कह रहे हैं. वहीं संयुक्त कलेक्टर जांच में कुछ अव्यवस्था पाए जाने की बात करते हुए जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपेंगे.

महासमुंद: विधायक और जिला स्तरीय अधिकारी से जिला अस्पताल के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के बाद कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए दो उच्च अधिकारियों को एक-दो दिन के अंदर व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए हैं. इस मामले में विधायक ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. वहीं अस्पताल अधीक्षक सुधार किए जाने की बात कह रहे हैं.

जिला अस्पताल में सुविधाओं की कमी

जिला मुख्यालय स्थित 100 बिस्तर अस्पताल में महासमुंद समेत आसपास के मरीज इलाज के लिए आते हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव की वजह से छोटी-मोटी बीमारियों के मरीजों को छोड़ बाकी सभी को रिफर कर दिया जाता है. मिली जानकारी के मुताबिक अस्पताल में सालों से अव्यवस्था फैली हुई है. इस मामले को लेकर कलेक्टर ने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को पत्र लिखा है.

अस्पताल में समस्याएं

  • जिला चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सक और अधीनस्थ पैरामेडिकल स्टाफ समय से ड्यूटी पर नहीं पहुंचते.
  • मरीजों से गलत व्यवहार किए जाने का आरोप है.

इसी कड़ी में कलेक्टर ने जिला अस्पताल पहुंच ओपीडी कक्ष का निरीक्षण किया और सिविल सर्जन से चर्चा की. इस पूरे मामले में एक ओर जहां अस्पताल अधीक्षकसुधार किए जाने की बात कह रहे हैं. वहीं संयुक्त कलेक्टर जांच में कुछ अव्यवस्था पाए जाने की बात करते हुए जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपेंगे.

Intro:एंकर - रिफर सेंटर के नाम से मशहूर हो चुके महासमुंद जिला अस्पताल की लगातार मिल रही शिकायतों एवं विशेषकर विधायक और एक जिला स्तरीय अधिकारी की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने दो उच्च अधिकारियों को क्रमशः एक-दो दिन के अंतराल में व्यवस्था सुधार के लिए निर्देशित किया है जहां विधायक अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं वहीं अस्पताल अधीक्षक कुछ शिकायतों को निराधार बताते हुए सुधार किए जाने की बात कह रहे हैं।


Body:वीओ 1 - महासमुंद मुख्यालय स्थित 100 बिस्तर अस्पताल में जिले सहित आसपास जिले के मरीज इलाज के लिए यहां आते हैं पर छोटी मोटी बीमारियों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर मामलों में मरीज को रिफर कर दिया जाता है कभी चिकित्सकों के अभाव में तो कभी सुविधाओं के अभाव में पिछले कई वर्षों से अस्पताल में अव्यवस्था की लगातार शिकायतें मिलती रही है जिसे संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने संयुक्त कलेक्टर व एसडीएम को जांच के लिए निर्देशित किया है जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को लिखे पत्र में कलेक्टर ने कहा है कि विधायक एवं जिला स्तर के एक अधिकारी ने लिख कर भेजा है कि जिला चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सक एवं अधीनस्थ पैरामेडिकल स्टाफ समय से ड्यूटी में नहीं पहुंचते तथा मरीजों की भीड़ हुआ दबाव बढ़ने पर उनके द्वारा बहुत गलत व्यवहार किया जाता है इस हेतु आपको पूर्व में भी सुधार हेतु कई बार सूचित किया गया पर व्यवस्था यथावत है इस हेतु संयुक्त कलेक्टर एवं अनु विभागीय अधिकारी राजस्व को एक-दो दिन के अंतराल में जिला चिकित्सालय का निरीक्षण करने के लिए आदेशित किया है इसी कड़ी में संयुक्त कलेक्टर जिला अस्पताल निरीक्षण के लिए अस्पताल पहुंचे और मरीजों से चर्चा की मरीजों के संयुक्त कलेक्टर को अस्पताल की अव्यवस्था से अवगत कराया संयुक्त कलेक्टर ने ओपीडी कक्ष का निरीक्षण किया और सिविल सर्जन आरके पर दल डॉ राव से चर्चा की इस पूरे मामले में विधायक का कहना है कि मैंने भी एक दो बार जाकर देखा है और यह शिकायत सही भी पाई जिससे बाद मैंने कलेक्टर से मुलाकात कर इस संबंध में चर्चा की और जिला अस्पताल के लिए एक अधिकारी का निरीक्षण में ड्यूटी लगाने और कार्य में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों पर कार्यवाही के लिए कहा।


Conclusion:वीओ 2 - इस पूरे मामले में जहां अस्पताल अधीक्षक को शिकायतों को निराधार बताते हुए सुधार किए जाने की बात कह रहे हैं वहीं संयुक्त कलेक्टर जांच में कुछ व्यवस्था पाए जाने की बात करते हुए जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपेंगे गौरतलब है कि कलेक्टर ने इस कदम के बाद जिला अस्पताल में कितना सुधार आएगा यह आने वाला समय ही बताएगा।

बाइट 1 - विनोद चंद्राकर विधायक महासमुंद पहचान सफेद कुड़ता सामने जेब मे पेन और मोबाइल।

बाइट 2 - डॉक्टर आरके पर दल अधीक्षक जिला अस्पताल महासमुंद पहचान चश्मा और डिब्बा वाला शर्ट।

बाइट 3 - शिवकुमार तिवारी संयुक्त कलेक्टर महासमुंद पहचान सफेद काला वाला लाइनिंग शर्ट और चश्मा लगाया हुआ।

हकीमुद्दीन नासिर ईटीवी भारत महासमुंद छत्तीसगढ़ मो. 9826555052
Last Updated : Sep 6, 2019, 4:35 PM IST
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