महासमुंद: बेलसोंडा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल में संचालित अटल टिंकरिंग लैब में 60 छात्राओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है. बच्चे इस लैब की मदद से स्मार्ट डस्टबिन, स्पायल नमिंग सेंसर, ब्लूटूथ कंट्रोल कार, ब्लाइंड मैनिसटरी, सोल रडार सिस्टम के साथ रोबोट मॉडल बना चुके हैं.
छात्र-छात्राओं में इनोवेशन क्रिएटिविटी और वैज्ञानिक पहलुओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने अटल लैब की शुरुआत की थी. इस लैब की मदद से जहां छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ रही है. वहीं मॉडल की मदद से बच्चे विज्ञान को अच्छे से समझ पा रहे हैं.
जिले में 15 अटल टिंकरिंग लैब की स्वीकृति मिली है. वर्तमान में 5 स्कूलों में यह लैब संचालित है. इन्हीं पांच स्कूलों में से एक स्कूल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेलसोंडा है. बता दें कि अटल टिंकरिंग लैब में आवश्यकता पड़ने पर बाहर से भी ट्रेनर को बुलाकर बच्चों को ट्रेनिंग दिलाई जाती है.
छात्रों में उत्साह
अटल लैब को लेकर छात्राओं का कहना है कि लैब उनके लिए फायदेमंद साबित हो रहा है. विज्ञान के क्षेत्र में नए तकनीक को देखने का मौका मिलता है. अटल टिंकरिंग लैब के जिला प्रभारी का कहना है कि लैब से विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने के साथ आसपास के समस्याओं पर डिवाइस की मदद से मॉडल बनाकर उसे हल करने का मौका बच्चों को मिल रहा है. बच्चे यहां बने मॉडल का प्रदर्शन भी कर चुके हैं.