महासमुंद: शहर में सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव की 550वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई. सिख समाज के लोगों ने गुरुद्वारे से गाजे-बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकालकर नगर भ्रमण किया. शोभायात्रा से पहले समाज के लोगों ने सड़कों की साफ-सफाई की.
हर बार की तरह इस साल भी गुरुनानक जयंती के 13 दिन पहले रोज प्रभात फेरी निकाली गई. गुरुनानक जयंती के अवसर पर निकाली गई यात्रा का नगर के अन्य धर्म के लोगों ने कई जगह स्वागत किया. गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी के पीछे-पीछे समाज का विशाल समूह गुरुनानक देव की जय-कारे से साथ नगर भ्रमण में शामिल हुआ.
ऐसी है मान्यता
ऐसा माना जाता है कि गुरुनानक देव सिखों के पहले गुरु हैं, जिन्होंने सिख धर्म की स्थापना की. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इनका जन्म 1526 में कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था. इसी दिन को प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है. इस दिन गुरुद्वारे में शबद-कीर्तन किया जाता है और जगह-जगह लंगर की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए शहर के कई स्थानों पर लंगर दिया गया.