महासमुंद : जिला स्तरीय गुरु घासीदास लोक कला महोत्सव 2019- 20 का आयोजन आदिम जाति विभाग के कार्यालय प्रांगण में किया गया. इस आयोजन में जिले के विभिन्न विकास खंडों के लोक कलाकारों ने अपनी लोक कला का प्रदर्शन किया.
गुरु घासीदास लोक कला महोत्सव में बडरेकेल महासमुंद, मुड़ियाडीह बागबाहरा, बावनकेरा महासमुंद, सोनदार बागबाहरा एवं पीलापाली बसना के कलाकारों ने आकर्षक प्रस्तुति दी. इस संबंध में आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त एनआर देवांगन ने बताया कि, 'इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति वर्ग के पारंपरिक लोक कला और कलाकारों की पहचान करना है'.
लोक कलाकारों की खोज
उन्होंने बताया कि, 'इसके अंतर्गत लोक गीत, लोक गायक, लोक नृत्य, पंथी नित्य, पंडवानी, भरथरी और परंपरागत लोक वाद्य आदि से जुड़े लोक कलाकारों की पहचान करना है. साथ ही उन्हें पुरस्कृत कर प्रोत्साहित करना भी है'.
पंथी नृत्य की प्रस्तुति
जिला स्तर पर कलाकारों की ओर से पंथी नृत्य की प्रस्तुति की गई. इस आयोजन में मुड़ियाडीह बागबहार के कलाकार को पहला स्थान दिया गया. दूसरा स्थान सोन दादर बागबाहरा को और तीसरा स्थान बावनकेर को दिया गया.
दुर्ग में 16 और 17 जनवरी को आयोजन
दुर्ग में 16 और 17 जनवरी को आयोजित इस कार्यक्रम में कलाकार भाग लेंगे. इसमें प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले को 1 लाख नगद राशि दी जाएगी. वहीं दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले को 75 हजार और तीसरा स्थान प्रात्त करने वाले को 50 हजार की राशि प्राप्त होगी.