महासमुंद: लॉकडाउन के कारण इन दिनों शहर की हलचल पर पूरी तरह ब्रेक लग गया है. गाड़ियों का शोर भी थम गया है. ऐसे में जंगलों तक सिमटे जानवरों को अब शहर की सड़कें भाने लगी हैं. इस लॉकडाउन में शहर के अलग-अलग हिस्सों से कई ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिसे देखकर एक वक्त के लिए ऐसा लगा कि शायद से उन्हीं की जगह थी, जहां इंसानों ने बेजा कब्जा कर अपने लिए महल और आर्टिफिशियल पार्क बना लिए और अब वे अपने हक के लिए सड़क पर उतर आये हैं. ऐसी तस्वीरें देखने में भले ही मनमोहक लगती हों, लेकिन ये इंसानों के लिए खतरे की घंटी भी हैं.
पढ़ें-मुंगेली: शराब दुकानों में उमड़ा जन सैलाब, नियमों की उड़ी धज्जियां
ताजा तस्वीरें छत्तीसगढ़ के महासमुंद की हैं, जहां एक साथ 19 हाथियों के दल ने शहर की ओर रुख किया है. हाथियों ने शहर में आते ही एक महिला को घायल भी कर दिया. हाथियों का दल पिछले 3 दिनों से महानदी के किनारे बमनी गांव के सीतापुर के जंगल से निकलकर परसदा राजिम की तरफ जा रहा है.
बढ़ गया है हाथियों का आतंक
जानकार बताते हैं कि 6 साल से इस इलाके में हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इसी बीच हाथियों ने करीब 18 लोगों की जान ले ली है. दो दर्जन से ज्यादा लोगों को ये घायल कर चुका है. इलाके में सैकड़ों एकड़ फसल भी हाथियों ने रौंद दी है और सरकार फिलहाल इन हाथियों को रिहायशी इलाकों से खदेड़ने के अलावा कोई काम नहीं कर रही है. हालांकि भूपेश सरकार ने एक एलीफैंट रिजर्व बनाने का फैसला तो किया है, लेकिन वो कब तक बनकर तैयार होता है, कुछ कहा नहीं जा सकता है.