बता दें कि गांव जोगा के ग्रामीणों ने तय किया है कि जब तक हाथियों से उन्हें राहत नहीं मिल जाती और शासन उन्हें एक परमानेंट सॉल्यूशन नहीं देता, तब तक वह शांत नहीं बैठेंगे.
23 मार्च को किया था नेशनल हाईवे जाम
इसके पहले ग्रामीणों ने 23 मार्च को नेशनल हाईवे जाम किया था, जिस पर शासन ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि वह जल्द ही कुछ रास्ता निकालेगा पर अभी तक कुछ नहीं होने पर ग्रामीणों ने तय किया है कि वह लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे. इसे लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर सुनील जैन से मुलाकात कर तीन बिंदुओं पर आवेदन सौंपा है.
मामले में महासमुंद जनपद अध्यक्ष धरमदास महिलांग अध्यक्षता कर रहे हैं. उनका कहना है कि वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे. उनका कहना है कि, 'मैं जनप्रतिनिधि तो हूं पर शासन के लोग मेरी भी बात नहीं सुनते'. हाथियों से निजात नहीं, तो लोकसभा में मतदान भी नहीं.