महासमुंद: प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 6 अगस्त तक कर दिया गया है. इस बीच दो बड़े त्योहार प्रभावित हुए, जिसमें बकरीद और रक्षाबंधन शामिल है. महासमुंद में बाजार ठंडे पड़े हैं. त्योहारों को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुबह 6 बजे से 11 बजे तक यानी दुकानों को 5 घंटे खोलने की अनुमति दी है.
इस दौरान त्योहारों की खरीदी करने के लिए लोग घरों से निकले तो जरूर, लेकिन लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई.
परेशान हैं व्यापारी और ग्राहक
व्यापारी और ग्राहक दोनों ही महासमुंद में संतुष्ट नहीं दिखाई दे रहे हैं. लोगों का कहना है कि जो समय जिला प्रशासन ने जारी किया है, वह त्योहारों में खरीदी करने के लिए पर्याप्त नहीं है. इसका कारण ये है कि दुकाने कम हैं और जगह भी, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में कठिनाई हो रही है.
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बता दें कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए महासमुंद नगरपालिका, बागबाहरा नगरपालिका और बसना नगर पंचायत में 6 अगस्त तक लॉकडाउन किया गया है. इसके अलावा तुमगांव नगर पंचायत, पिथौरा नगर पंचायत और सरायपाली नगर पालिका में भी लॉकडाउन किया गया है.
लॉकडाउन ने बढ़ाई सभी की परेशानी
पिछले कई महीनों से बिजनेस नहीं होने से परेशान दुकानदारों को राखी से कुछ उम्मीदें बंधी थीं, लेकिन इसी दौरान लॉकडाउन लग गया, जिससे अब दुकानदार परेशान हैं. दुकानदारों का कहना है कि ट्रांसपोर्टेशन नहीं होने के कारण नई राखियां नहीं मंगाई गई हैं, जिससे पुरानी राखियां ही दुकानों में सजी हुई हैं. दुकानदारों की मानें तो इस बार मार्केट 20 प्रतिशत भी नहीं रह गया है. कोरोना के कारण लोग घरों से कम ही निकल रहे हैं, इधर लॉकडाउन में मिली छूट के बावजूद लोग घरों से बाहर निकलना पसंद नहीं कर रहे हैं.
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इस बार बकरीद को लेकर भी लोगों में उत्साह नहीं है. मीट कारोबारी परेशान हैं. बीते सालों के मुकाबले कम ग्राहक देखने को मिल रहे हैं. कोरोना महामारी ने सभी का व्यापार ठप कर दिया. लोगों की आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई है. इस मामले में मटन कारोबारियों का कहना है कि बाजार में लॉकडाउन का पूरा असर देखने को मिल रहा है.