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क्षमता से कम धान खरीदी के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसान, किया चक्काजाम - चक्का जाम कर दिया

बेमचा के धान खरीदी केंद्र में किसानों ने क्षमता से कम धान खरीदी के विरोध में चक्काजाम कर दिया. बाद में आला अधिकारियों ने किसानों को समझाया तब जाकर किसानों ने रास्ता खोला.

below capacity in mahasamund
किसानों का हंगामा
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Published : Dec 9, 2019, 4:59 PM IST

Updated : Dec 10, 2019, 2:53 AM IST

महासमुंद: धान खरीदी केंद्रों में क्षमता से कम धान खरीदी को लेकर किसानों में काफी गुस्सा है. जिले के बेमचा में किसानों ने इसके खिलाफ हंगामा किया और रोड पर चक्का जाम किया. किसानों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि धान खरीदी केंद्रों में किसानों से पूरा धान नहीं खरीदा जा रहा है. इस मामले में किसानों ने धान को रोड पर रखकर चक्काजाम किया है.

धान खरीदी के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसान

पढ़ें: महासमुंद : 12 धान खरीदी केंद्रों में नहीं बांटे गए टोकन, मायूस लौटे किसान

किसानों का आरोप है कि 'धान खरीदी केंद्रों में क्षमता से कम धान खरीदी की जा रही है. ऐसे में किसान परेशान हैं. जिसकी शिकायत किसानों ने आला अधिकारियों से की है, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई'. वहीं किसानों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही मौके पर एसडीएम, तहसीलदार और विपणन अधिकारी पहुंचे. अधिकारियों ने किसानों को समझाया. आला अधिकारियों ने किसानों को भरोसा दिलाया कि अब हर दिन लगभग 1600 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी. आश्वासन के करीब 2 घंटे बाद किसानों ने जाम खोला.

जिले में 127 धान खरीदी केंद्र

बता दें कि जिले में 127 धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी की जा रही है. कुल मिलाकर अब तक 20 हजार किसानों से 9 लाख 13 हजार क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है. एक धान खरीदी केंद्र से पहले क्षमता के अनुसार 3500 क्विंटल धान खरीदी की जा रही थी, जो घटकर 2200 क्विंटल हुई. जिसके बाद यह घटकर 1600 और फिर 1200 क्विंटल हो गया. जिसके बाद ही किसान नाराज हुए थे और सड़कों पर आ गए.

महासमुंद: धान खरीदी केंद्रों में क्षमता से कम धान खरीदी को लेकर किसानों में काफी गुस्सा है. जिले के बेमचा में किसानों ने इसके खिलाफ हंगामा किया और रोड पर चक्का जाम किया. किसानों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि धान खरीदी केंद्रों में किसानों से पूरा धान नहीं खरीदा जा रहा है. इस मामले में किसानों ने धान को रोड पर रखकर चक्काजाम किया है.

धान खरीदी के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसान

पढ़ें: महासमुंद : 12 धान खरीदी केंद्रों में नहीं बांटे गए टोकन, मायूस लौटे किसान

किसानों का आरोप है कि 'धान खरीदी केंद्रों में क्षमता से कम धान खरीदी की जा रही है. ऐसे में किसान परेशान हैं. जिसकी शिकायत किसानों ने आला अधिकारियों से की है, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई'. वहीं किसानों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही मौके पर एसडीएम, तहसीलदार और विपणन अधिकारी पहुंचे. अधिकारियों ने किसानों को समझाया. आला अधिकारियों ने किसानों को भरोसा दिलाया कि अब हर दिन लगभग 1600 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी. आश्वासन के करीब 2 घंटे बाद किसानों ने जाम खोला.

जिले में 127 धान खरीदी केंद्र

बता दें कि जिले में 127 धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी की जा रही है. कुल मिलाकर अब तक 20 हजार किसानों से 9 लाख 13 हजार क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है. एक धान खरीदी केंद्र से पहले क्षमता के अनुसार 3500 क्विंटल धान खरीदी की जा रही थी, जो घटकर 2200 क्विंटल हुई. जिसके बाद यह घटकर 1600 और फिर 1200 क्विंटल हो गया. जिसके बाद ही किसान नाराज हुए थे और सड़कों पर आ गए.

Intro:एंकर - महासमुंद जिले में धान खरीदी केंद्रों के द्वारा क्षमता से कम धान खरीदी किए जाने से किसान परेशान है जिसकी शिकायत किसानों ने आला अधिकारी से की पर कोई कार्यवाही नहीं होती देख किसानों का आक्रोश बड़ा और किसानों ने बेमचा धान खरीदी में धान खरीदी बंद करवा के चक्का जाम कर दिया सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे एसडीएम नायाब तहसीलदार एवं विपणन अधिकारी के समझाइश और प्रत्येक दिन लगभग 16 100 क्विटल धान खरीदी के आश्वासन के बाद किसान माने और धन खरीदी शुरू हो गई।


Body:वीओ 1 - किसानों ने लगभग 2 घंटे तक रास्ता जाम रखा आपको बता दें कि जिले में 81 सोसाइटी यू के 127 धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी की जा रही है जहां कुल मिलाकर अब तक 20 हज़ार किसानों से 9 लाख 13 हज़ार क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है एक धान खरीदी केंद्र से पहले क्षमता अनुसार 3500 क्विंटल धान खरीदी की जा रही थी जिसे घटाकर 2200 क्विंटल किया गया फिर 1600 और अब 800 से 1200 कुंटल धान खरीदी की जा रही है जिसमें किसानों को काफी परेशानी हो रही है इसी कारण किसानों ने आज बेमचा धान खरीदी केंद्र के सामने चक्का जाम कर दिए।


Conclusion:बाइट 1 - प्रहलाद चंद्राकर किसान पहचान संतरे कलर का कुर्ता और चश्मा लगाया हुआ।

बाइट 2 - योगेश्वर चंद्राकर किसान नेता पहचान नीले कलर का शर्ट सफेद कलर का हाफ जैकेट और माथे में टिका लगाया हुआ।

बाइट 3 - संतोष पाठक जिला विपणन अधिकारी महासमुंद पहचान नीले कलर का फुल शर्ट।

हकीमुद्दीन नासिर रिपोर्टर ईटीवी भारत महासमुंद छत्तीसगढ़
Last Updated : Dec 10, 2019, 2:53 AM IST
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