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महासमुंद : रोजगार सेवकों ने दिया धरना, राज्य सरकार को याद दिलाया उनका वादा

रोजगार सेवकों ने अपनी 4 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन दिया. कर्माचारियों का कहना है कि यदि मांगें पूरी नहीं होती है तो 10 हजार रोजगार सहायक राजधानी में धरना देंगे.

Employment workers
रोजगार सेवकों का प्रदर्शन
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Published : Dec 9, 2020, 3:34 PM IST

महासमुंद : छत्तीसगढ़ ग्राम रोजगार सहायक संघ के बैनर तले जिला रोजगार सहायक ने 4 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इस धरने में पूरे जिले के सभी ब्लॉक के रोजगार सहायक शामिल हुए. साथ ही कर्मचारियों ने रोजगार सहायक को सहायक सचिव का दर्जा दिए जाने की मांग की.

रोजगार सेवकों ने दिया धरना

कर्माचारियों का कहना है कि वे सरकारी योजना के अंतर्गत सभी कार्य करते हैं. चाहे वह मनरेगा का काम हो या फिर कोई और काम. लेकिन उन कामों का न तो उन्हे वेतन मिलता है, न ही सम्मान मिल रहा है. उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने वादा किया था कि सरकार में आने के बाद वह रोजगार सहायकों का नियमितीकरण और वेतनमान का निर्धारण करेंगे. लेकिन आज तक नहीं हुआ. 2 साल पूरे होने के बाद भी सरकार ने रोजगार सहायकों पर ध्यान नहीं दिया. रोजगार सहायकों को का कहना है कि पहले चरण में धरना देकर रैली निकाली गई है. इसके बाद महासमुंद कलेक्ट्रेट में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है.

पढ़ें : बस्तर: 8 महीने में 300 नवजातों ने तोड़ा दम, कुपोषण और मांओं की कमजोर सेहत बड़ी वजह

10 हजार रोजगार सहायक देंगे धरना

उन्होंने सरकार से उनकी चारों मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की बात कही है. उनका ये भी कहना है कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो अगले चरण में वादा निभाओ रैली निकाली जाएगी. उसके बाद जिले के 10 हजार रोजगार सहायक राजधानी में भी धरना देंगे. पिछले कुछ दिनों से लगातार विभिन्न संगठनों के द्वारा धरना और रैली निकाली जा रही है. साथ ही राज्य सरकार को अपने वादों को पूरा करने के लिए अवगत कराया जा रहा है.

महासमुंद : छत्तीसगढ़ ग्राम रोजगार सहायक संघ के बैनर तले जिला रोजगार सहायक ने 4 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इस धरने में पूरे जिले के सभी ब्लॉक के रोजगार सहायक शामिल हुए. साथ ही कर्मचारियों ने रोजगार सहायक को सहायक सचिव का दर्जा दिए जाने की मांग की.

रोजगार सेवकों ने दिया धरना

कर्माचारियों का कहना है कि वे सरकारी योजना के अंतर्गत सभी कार्य करते हैं. चाहे वह मनरेगा का काम हो या फिर कोई और काम. लेकिन उन कामों का न तो उन्हे वेतन मिलता है, न ही सम्मान मिल रहा है. उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने वादा किया था कि सरकार में आने के बाद वह रोजगार सहायकों का नियमितीकरण और वेतनमान का निर्धारण करेंगे. लेकिन आज तक नहीं हुआ. 2 साल पूरे होने के बाद भी सरकार ने रोजगार सहायकों पर ध्यान नहीं दिया. रोजगार सहायकों को का कहना है कि पहले चरण में धरना देकर रैली निकाली गई है. इसके बाद महासमुंद कलेक्ट्रेट में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है.

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10 हजार रोजगार सहायक देंगे धरना

उन्होंने सरकार से उनकी चारों मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की बात कही है. उनका ये भी कहना है कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो अगले चरण में वादा निभाओ रैली निकाली जाएगी. उसके बाद जिले के 10 हजार रोजगार सहायक राजधानी में भी धरना देंगे. पिछले कुछ दिनों से लगातार विभिन्न संगठनों के द्वारा धरना और रैली निकाली जा रही है. साथ ही राज्य सरकार को अपने वादों को पूरा करने के लिए अवगत कराया जा रहा है.

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