महासमुंद: बसना के गढ़फुलझर गांव में पहाड़ के ऊपर राम चंडी का भव्य मंदिर है. यह मंदिर रायपुर संभाग के कोलता समाज का सबसे बड़ा मंदिर है. यह मंदिर 15 साल पहले बना था और धीरे-धीरे अपना विशाल रूप ले रहा है, भक्तों की भीड़ भी यहां दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही , वही इस मंदिर में चतुर्मास के दिन भव्य मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है और पूजा-पाठ के साथ रामायण का पाठ करने के साथ ही दीप प्रज्वलित किया जाता है.
जिन भक्तों की मनोकामना पूरी होती है, वह दूसरे वर्ष यहां पर दीप जलाता है . चतुर्मास के दिन कोलता समाज के साथ-साथ अन्य समाज के लोग भी भारी मात्रा में आते हैं कोलता समाज छत्तीसगढ़ के साथ ही उड़ीसा से आते हैं, साथ ही पूरे देश के कोलता समाज के लोग इस दिन यहां एकजुट होकर वार्षिक सम्मेलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हैं.
15 साल से मनाया जा रहा कार्यक्रम
इस कार्यक्रम को पिछले 15 साल से मनाया जा रहा है. हर साल मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में शिरकत करते हैं .यहां की महिलाओं का मानना है कि जो भी मन्नत मांगी जाती है, वह 1 साल में पूरी हो जाती है और दूसरे वर्ष उस मन्नत पर दीप प्रज्वलित कराया जाता है