ETV Bharat / state

चतुर्मास में राम चंडी के इस मंदिर में उमड़ रही भक्तों की भीड़

बसना के गढ़फुलझर गांव में राम चंडी का भव्य मंदिर है .जहां कोलता समाज के लोग एकजुट होकर वार्षिक सम्मेलन का आयोजन करते हैं.

राम चंडी के इस मंदिर में उमड़ रही भक्तो की भीड़
author img

By

Published : Oct 20, 2019, 11:28 PM IST

Updated : Oct 21, 2019, 12:06 AM IST

महासमुंद: बसना के गढ़फुलझर गांव में पहाड़ के ऊपर राम चंडी का भव्य मंदिर है. यह मंदिर रायपुर संभाग के कोलता समाज का सबसे बड़ा मंदिर है. यह मंदिर 15 साल पहले बना था और धीरे-धीरे अपना विशाल रूप ले रहा है, भक्तों की भीड़ भी यहां दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही , वही इस मंदिर में चतुर्मास के दिन भव्य मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है और पूजा-पाठ के साथ रामायण का पाठ करने के साथ ही दीप प्रज्वलित किया जाता है.

राम चंडी के इस मंदिर में उमड़ रही भक्तो की भीड़

जिन भक्तों की मनोकामना पूरी होती है, वह दूसरे वर्ष यहां पर दीप जलाता है . चतुर्मास के दिन कोलता समाज के साथ-साथ अन्य समाज के लोग भी भारी मात्रा में आते हैं कोलता समाज छत्तीसगढ़ के साथ ही उड़ीसा से आते हैं, साथ ही पूरे देश के कोलता समाज के लोग इस दिन यहां एकजुट होकर वार्षिक सम्मेलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हैं.

15 साल से मनाया जा रहा कार्यक्रम

इस कार्यक्रम को पिछले 15 साल से मनाया जा रहा है. हर साल मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में शिरकत करते हैं .यहां की महिलाओं का मानना है कि जो भी मन्नत मांगी जाती है, वह 1 साल में पूरी हो जाती है और दूसरे वर्ष उस मन्नत पर दीप प्रज्वलित कराया जाता है

महासमुंद: बसना के गढ़फुलझर गांव में पहाड़ के ऊपर राम चंडी का भव्य मंदिर है. यह मंदिर रायपुर संभाग के कोलता समाज का सबसे बड़ा मंदिर है. यह मंदिर 15 साल पहले बना था और धीरे-धीरे अपना विशाल रूप ले रहा है, भक्तों की भीड़ भी यहां दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही , वही इस मंदिर में चतुर्मास के दिन भव्य मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है और पूजा-पाठ के साथ रामायण का पाठ करने के साथ ही दीप प्रज्वलित किया जाता है.

राम चंडी के इस मंदिर में उमड़ रही भक्तो की भीड़

जिन भक्तों की मनोकामना पूरी होती है, वह दूसरे वर्ष यहां पर दीप जलाता है . चतुर्मास के दिन कोलता समाज के साथ-साथ अन्य समाज के लोग भी भारी मात्रा में आते हैं कोलता समाज छत्तीसगढ़ के साथ ही उड़ीसा से आते हैं, साथ ही पूरे देश के कोलता समाज के लोग इस दिन यहां एकजुट होकर वार्षिक सम्मेलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हैं.

15 साल से मनाया जा रहा कार्यक्रम

इस कार्यक्रम को पिछले 15 साल से मनाया जा रहा है. हर साल मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में शिरकत करते हैं .यहां की महिलाओं का मानना है कि जो भी मन्नत मांगी जाती है, वह 1 साल में पूरी हो जाती है और दूसरे वर्ष उस मन्नत पर दीप प्रज्वलित कराया जाता है

Intro:एंकर- राम चंडी मंदिर बसना के गढ़फुलझर गांव में पहाड़ के ऊपर भव्य मंदिर है जो कि कोलता समाज के लिए बहुत बड़ी मंदिर के रूप में अस्तित्व में आई है यहां मंदिर रायपुर संभाग में कोलता समाज की सबसे बड़ी मंदिर है मंदिर 15 साल पहले बनी है और धीरे-धीरे यह मंदिर अपना विशाल रूप ले रही है यहां भक्तों की भीड़ भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है यहां के लोगों की मान्यता है कि इस मंदिर में चतुर्मास के दिन भव्य मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है इसी दिन इस मंदिर में पूजा-पाठ अर्चना रामायण और दीप प्रज्वलित किया जाता है।






Body:वीओ 1 - यह जो दीप प्रज्वलित किया जाता है यह मन्नत वाला दीप होता है जिसका भी मनोकामना पूर्ण होता है वह दूसरे वर्ष यहां पर दीप जलाता है चतुर्मास के दिन या खोलता समाज के साथ-साथ अन्य समाज के लोग भी भारी मात्रा में आते हैं बोलता समाज छत्तीसगढ़ उड़ीसा से तो आते ही हैं साथ ही पूरे देश के कोलता समाज के लोग इस दिन यहां एकजुट होकर वार्षिक सम्मेलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हैं इस कार्यक्रम को पिछले 15 सालों से हर वर्ष मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में शिरकत करते हैं यहां पर महिलाओं का मानना है कि जो भी मन्नत लिए जाती है वह 1 साल में ही पूर्ण हो जाती है और दूसरे वर्ष हम यहां पर उस मन्नत का दिया जलाते हैं।


Conclusion:बाइट 1 - संयुक्ता विश्वास श्रद्धालु पहचान सर पर सिंदूर माथे में टिका और लाल साड़ी लाल ब्लाउज।

बाइट 2 - पुष्पेंद्र साहू श्रद्धालु पहचान क्रीम कलर का फुल शर्ट।

बाइट 3 - प्रमोद प्रधान मंदिर पुजारी पहचान माथे में टिका क्रीम कलर का कुर्ता और हल्का पीला कलर का गमछा गले में लटकाया हुआ।

बाइट 4 - कमल चंद प्रधान अध्यक्ष पहचान चश्मा माथे पर टीका और हल्का पीला कलर का कुर्ता।

हकीमुद्दीन नासिर रिपोर्टर ईटीवी भारत महासमुंद छत्तीसगढ़ मो. 9826555052
Last Updated : Oct 21, 2019, 12:06 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.