महासमुंद : महासमुंद जनपद पंचायत सभापतियों ने कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर को शिकायत पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि जनपद अध्यक्ष यतेन्द्र साहू ने जनपद सभापतियों और जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी का अपमान किया है. उन पर कार्रवाई की जाए. सभापतियों ने बताया है कि '' जनपद सभागार में सामान्य प्रशासन की बैठक रखी गई थी, जिसमें 6 सभापति विषयों पर चर्चा कर पूर्ण सहमति के आधार पर प्रस्ताव पारित किया. बाद में जनपद अध्यक्ष यतेन्द्र साहू ने जनपद सीईओ के सामने कार्यवाही पंजी को शाखा लिपिक राजेश शर्मा के हाथों से छीन कर प्रस्तावों को कांट-छांट कर लिखा. इसके बाद दोबारा खुद हस्ताक्षर किया गया. अध्यक्ष के इस रवैये से सभी सभापतियों में गहरी नाराजगी है."
किन लोगों ने की है शिकायत : शिकायतकर्ताओं में रमाकांत ध्रुव, राधेश्याम ध्रुव, राजू दुज बाई, अश्विनी, सचिन गायकवाड़, अजय मंगल ध्रुव, सरिता राकेश चन्द्राकर, ऐश्वर्य लक्ष्मी साहू, घासू राम दीवान, अश्वनी होमन दीवान, कुंती कमलेश, निधि लोकेश चंद्राकर,कुणाल चन्द्राकर, अरिन चन्द्राकर, विक्रम महिलांग, सावित्री रोहित चन्द्राकर मौजूद रहे. वहीं पूरे मामले के संबंध में जनपद अध्यक्ष यतेंद्र साहू से उनका पक्ष जानने के लिए हमने जब संपर्क किया गया, तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. जनपद अध्यक्ष के पर्सनल असिस्टेंट की भी शिकायत कलेक्टर से की गई है.
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शिकायत का आधार क्या : सदस्यों ने बताया है कि '' जनपद में देवा जलक्षत्री नामक व्यक्ति को पर्सनल असिस्टेंट रखा गया है. जिस पर 2018 में सीइओ जनपद पंचायत महासमुन्द की फर्जी साइन कर ग्राम तुरेंगा, रामखेडा, के गरीब लोगों के आवास का पैसा छग राज्य ग्रामीण बैंक से आहरण करने की कोशिश किया गया था. जिसकी शिकायत आज भी पटेवा थाना में दर्ज है.जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई लंबित है.इसमें एसपी को ज्ञापन भी सौंपा जा चुका है. ''
पर्सनल असिस्टेंट के खिलाफ कार्रवाई की मांग : कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर यह कहा गया है कि '' तथाकथित पर्सनल असिस्टेंट पर कार्रवाई के लिए सीईओ के प्रतिवेदन के बावजूद अब तक कार्रवाई नहीं की गई है.अगर तीन दिनों के अंदर उस व्यक्ति पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो वे सभी कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन एवं अनशन करेंगे.'' कलेक्टर ने मामले में जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
सीईओ ने भी कलेक्टर और थाने में की शिकायत : सीईओ ने भी मामले की लिखित शिकायत कलेक्टर और थाने में की है. सीईओ निखत सुल्ताना से हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि '' बैठक के बाद हस्ताक्षर कर कार्रवाई बंद कर दी गई. बाद में जनपद अध्यक्ष यतेंद्र साहू ने लिपिक से रजिस्टर छीना और उसमें कांट- छांट की.''