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महासमुंद: नए कृषि कानून के विरोध में एक दिन का उपवास - किसान संगठन कर रहे विरोध

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध प्रदेश में तेज हो गया है. किसान संगठन के साथ कांग्रेस ने भी मोर्चा खोल दिया है. बागबाहरा ब्लॉक के कांग्रेस कार्यकर्ता अंकित बागबाहरा ने कानून के विरोध में 1 दिन का उपवास रखा है.

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कांग्रेस कार्यकर्ता ने रखा एक दिन का उपवास
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Published : Dec 29, 2020, 5:08 PM IST

महासमुंद: केंद्र सरकार के नए किसान कानूनों का देशभर में विरोध हो रहा है. छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में किसान संगठन कानून के प्रति विरोध दर्ज करा रहे हैं. बागबाहरा ब्लॉक के कांग्रेस कार्यकर्ता अंकित बागबाहरा ने कानून के विरोध में 1 दिन का उपवास रखा है. उन्होंने दिल्ली में बैठे किसानों का समर्थन के लिए उपवास किया है. उनका कहना है कि केंद्र की मोदी सरकार ने पूरे देश में अचानक 3 काले कृषि कानून लागू किया है.

कांग्रेस कार्यकर्ता ने रखा एक दिन का उपवास

केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए अंकित बागबाहरा ने कहा कि सरकार ने कानून को बनाते हुए किसान संगठनों से सलाह नहीं लिया है. कोरोना संकट के दौरान अचानक ऐसे कानूनों को लागू कर दिया गया. कानून जब से लागू किए गए हैं. तब से खाद्य तेल, आलू, प्याज की कीमतें लगातार बढ़ रहा है.

पढ़ें: कृषि कानून के विरोध में किसानों ने सांसद सुविधा केंद्र का किया घेराव

दिल्ली के किसानों का समर्थन

अंकित बागबाहरा ने कहा कि 5 हफ्तों से दिल्ली के बॉर्डर में किसान धरना दे रहे हैं. उन्हें हमारे समर्थन की जरूरत है. अबतक लगभग 33 से 34 किसानों की मृत्यु हो चुकी है, जो कि काफी आहत करने वाली बात है. इसी से व्यथित होकर अंकित बागबाहरा ने बागबाहरा मुख्य मार्ग में 4 घंटे का उपवास किया है.

छत्तीसगढ़ के किसान कर रहे कानून का विरोध

प्रदेश के कई जिलों में किसान संगठन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. धमतरी और महासमुंद के किसानों ने केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में मोर्चा खोल दिया था. सैकड़ों की संख्या में किसानों ने सांसद चुन्नीलाल साहू के सुविधा केंद्र का घेराव किया. इस दौरान किसानों ने पीएम मोदी और सांसद चुन्नीलाल साहू के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई थी. इसके अलावा बिलापुर-रायपुर और अन्य जिलों में भी लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहा है.

महासमुंद: केंद्र सरकार के नए किसान कानूनों का देशभर में विरोध हो रहा है. छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में किसान संगठन कानून के प्रति विरोध दर्ज करा रहे हैं. बागबाहरा ब्लॉक के कांग्रेस कार्यकर्ता अंकित बागबाहरा ने कानून के विरोध में 1 दिन का उपवास रखा है. उन्होंने दिल्ली में बैठे किसानों का समर्थन के लिए उपवास किया है. उनका कहना है कि केंद्र की मोदी सरकार ने पूरे देश में अचानक 3 काले कृषि कानून लागू किया है.

कांग्रेस कार्यकर्ता ने रखा एक दिन का उपवास

केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए अंकित बागबाहरा ने कहा कि सरकार ने कानून को बनाते हुए किसान संगठनों से सलाह नहीं लिया है. कोरोना संकट के दौरान अचानक ऐसे कानूनों को लागू कर दिया गया. कानून जब से लागू किए गए हैं. तब से खाद्य तेल, आलू, प्याज की कीमतें लगातार बढ़ रहा है.

पढ़ें: कृषि कानून के विरोध में किसानों ने सांसद सुविधा केंद्र का किया घेराव

दिल्ली के किसानों का समर्थन

अंकित बागबाहरा ने कहा कि 5 हफ्तों से दिल्ली के बॉर्डर में किसान धरना दे रहे हैं. उन्हें हमारे समर्थन की जरूरत है. अबतक लगभग 33 से 34 किसानों की मृत्यु हो चुकी है, जो कि काफी आहत करने वाली बात है. इसी से व्यथित होकर अंकित बागबाहरा ने बागबाहरा मुख्य मार्ग में 4 घंटे का उपवास किया है.

छत्तीसगढ़ के किसान कर रहे कानून का विरोध

प्रदेश के कई जिलों में किसान संगठन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. धमतरी और महासमुंद के किसानों ने केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में मोर्चा खोल दिया था. सैकड़ों की संख्या में किसानों ने सांसद चुन्नीलाल साहू के सुविधा केंद्र का घेराव किया. इस दौरान किसानों ने पीएम मोदी और सांसद चुन्नीलाल साहू के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई थी. इसके अलावा बिलापुर-रायपुर और अन्य जिलों में भी लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहा है.

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