महासमुंद: जिला जेल से 6 मई को पांच बंदी फरार हो गये थे. इस घटना को लेकर गृहमंत्री ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिये थे. गृहमंत्री के आदेश के बाद जेल प्रशासन ने इस संबंध में कलेक्टर को पत्र लिखकर जांच कर प्रतिवेदन सौंपने को कहा है. इसी तारतम्य में कलेक्टर ने अपर कलेक्टर को जांच अधिकारी बनाया है. पर जांच अभी तक शुरू नहीं हो सकी है. लेकिन जांच को लेकर विवादों का बाजार गर्म है. मामले में कलेक्टर का एक पत्र वायरल है.
जेलर के स्थानांतरण की मांग
वर्तमान में इस मामले को लेकर कलेक्टर का एक पत्र वायरल हो रहा है. पत्र 11 मई को लिखा गया है. कलेक्टर ने जेल प्रशासन को पत्र लिखकर कहा है कि जेलर दंडाधिकारी जांच को प्रभावित कर सकते हैं, ऐसे में जिला जेल में पदस्थ जेलर का स्थानांतरण जल्द किया जाए. ताकि जांच प्रभावित न हो. इस संदर्भ में मीडिया ने जब कलेक्टर से जानकारी चाही तो कलेक्टर ने गोपनीय पत्र का हवाला देते हुए कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है.
महासमुंद जिला जेल से फरार पांचों कैदी गिरफ्तार
चर्चाओं का बाजार गर्म
केलेक्टर के इस पत्र के वायरल होने के बाद मुद्दा एक बार फिर से सुर्ख़ियों में छा गया है. जेलर का स्थानांतरण न होने से तरह -तरह के चर्चाओं का बाजार गर्म है. दरअसल 6 मई 2021 को महासमुंद जिला जेल से 5 बंदी फरार हो गये थे. फरार होने वाले बंदियो मे धनसाय उम्र 33 वर्ष, डमरुधर उम्र 24 वर्ष, राहुल उम्र 22 वर्ष, दौलत उम्र 23 वर्ष, करण उम्र 21 वर्ष शामिल थे. जिसे पुलिस ने 30 घंटे में अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया था.