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महासमुंद : गुरुजी के लिए बच्चों ने किया DEO कार्यालय का घेराव - शिक्षा की मांग

एक तरफ सरकार जहां शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए नए-नए प्रयास कर रही है. वहीं जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही है. इस लापरवाही के कारण बच्चों को सही से शिक्षा नहीं मिल पा रही है.

बच्चों ने किया जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव
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Published : Nov 2, 2019, 3:25 PM IST

Updated : Nov 2, 2019, 5:51 PM IST

महासमुंद : स्कूल आ पढ़े बर जिंनगी ला गढ़े बर इस स्लोगन से शिक्षा विभाग छात्र-छात्रों का भविष्य गढ़ने का वादा करता है पर जमीनी हकीकत कुछ और ही है. जब स्कूल में शिक्षक ही नहीं होंगे, तो इन बच्चों का भविष्य कैसे गढ़ा जाएगा.

शिक्षक की मांग को लेकर छात्रों ने जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) कार्यालय का घेराव किया.

बच्चों ने किया जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव
  • बता दें कि जिले में कुल 1957 शासकीय स्कूल संचालित हैं, जिनमें प्राथमिक 1281, मिडिल 491, हाईस्कूल 66, हायर सेकंडरी 119 , जिनमें 1 लाख 35 हजार बच्चे अपना भविष्य बनाने आते हैं.
  • वहीं जिले में प्राचार्य की 184 पद स्वीकृत हैं, जिसमें 42 कार्यरत हैं और 142 खाली हैं. वहीं व्याख्याता के 1844 पद स्वीकृत हैं और 1392 कार्यरत हैं. 452 पद खाली हैं. इसी प्रकार शिक्षक के 2267 पद स्वीकृत हैं और 1939 कार्यरत हैं. 328 पद खाली हैं .
  • सहायक शिक्षक के 3075 पद स्वीकृत हैं और 2975 कार्यरत हैं. 100 पद खाली हैं . व्यापम शिक्षक के 110 पद स्वीकृत हैं और 47 कार्यरत हैं. 63 पद खाली है, 1 सहायक शिक्षक विज्ञान के 317 पद स्वीकृत हैं और 191 कार्यरत हैं. 126 पद खाली हैं . इस प्रकार कुल 7797 पद में 6586 कार्यरत हैं और 1211 पद आज भी खाली है.
  • 35 हाईस्कूल और 33 हायर सेकंडरी स्कूल ऐसे हैं, जहां अपना भवन ही नहीं है. 11 मिडिल और 111 प्राथमिक स्कूल ऐसे हैं, जहां एक भी शिक्षक नहीं हैं.

ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्चे कैसे पढ़ाई करते होंगे. इसी कड़ी में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला को 2 वर्ष पहले हाई स्कूल में उन्नयन कर दिया गया था पर आज तक शिक्षक की पदस्थापना नहीं हुई, जिससे परेशान बच्चे और पालकों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव किया. बच्चों का कहना है कि हम लोगों को 10वीं की बोर्ड परीक्षा देनी है पर हमारे स्कूल में शिक्षक नहीं हैं. ऐसे में हम लोग बोर्ड परीक्षा कैसे देंगे. अब देखना ये होगा की शिक्षा अधिकारी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं.

महासमुंद : स्कूल आ पढ़े बर जिंनगी ला गढ़े बर इस स्लोगन से शिक्षा विभाग छात्र-छात्रों का भविष्य गढ़ने का वादा करता है पर जमीनी हकीकत कुछ और ही है. जब स्कूल में शिक्षक ही नहीं होंगे, तो इन बच्चों का भविष्य कैसे गढ़ा जाएगा.

शिक्षक की मांग को लेकर छात्रों ने जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) कार्यालय का घेराव किया.

बच्चों ने किया जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव
  • बता दें कि जिले में कुल 1957 शासकीय स्कूल संचालित हैं, जिनमें प्राथमिक 1281, मिडिल 491, हाईस्कूल 66, हायर सेकंडरी 119 , जिनमें 1 लाख 35 हजार बच्चे अपना भविष्य बनाने आते हैं.
  • वहीं जिले में प्राचार्य की 184 पद स्वीकृत हैं, जिसमें 42 कार्यरत हैं और 142 खाली हैं. वहीं व्याख्याता के 1844 पद स्वीकृत हैं और 1392 कार्यरत हैं. 452 पद खाली हैं. इसी प्रकार शिक्षक के 2267 पद स्वीकृत हैं और 1939 कार्यरत हैं. 328 पद खाली हैं .
  • सहायक शिक्षक के 3075 पद स्वीकृत हैं और 2975 कार्यरत हैं. 100 पद खाली हैं . व्यापम शिक्षक के 110 पद स्वीकृत हैं और 47 कार्यरत हैं. 63 पद खाली है, 1 सहायक शिक्षक विज्ञान के 317 पद स्वीकृत हैं और 191 कार्यरत हैं. 126 पद खाली हैं . इस प्रकार कुल 7797 पद में 6586 कार्यरत हैं और 1211 पद आज भी खाली है.
  • 35 हाईस्कूल और 33 हायर सेकंडरी स्कूल ऐसे हैं, जहां अपना भवन ही नहीं है. 11 मिडिल और 111 प्राथमिक स्कूल ऐसे हैं, जहां एक भी शिक्षक नहीं हैं.

ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्चे कैसे पढ़ाई करते होंगे. इसी कड़ी में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला को 2 वर्ष पहले हाई स्कूल में उन्नयन कर दिया गया था पर आज तक शिक्षक की पदस्थापना नहीं हुई, जिससे परेशान बच्चे और पालकों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव किया. बच्चों का कहना है कि हम लोगों को 10वीं की बोर्ड परीक्षा देनी है पर हमारे स्कूल में शिक्षक नहीं हैं. ऐसे में हम लोग बोर्ड परीक्षा कैसे देंगे. अब देखना ये होगा की शिक्षा अधिकारी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं.

Intro:एंकर - स्कूल आ पढ़े बर जिंनगी ला गढ़े बर इन स्लोगनो से शिक्षा विभाग छात्र-छात्रो का भविष्य गढ़ने का वादा करती है पर जमीनी हकीकत है यह कि जब शिक्षक ही नहीं होंगे तो इन बच्चों का भविष्य कैसे गढ़ा जाएगा जी हां ऐसा हम नहीं बल्कि शासकीय आंकड़े एवं स्कूल के बच्चे कह रहे हैं और शिक्षा की मांग को लेकर 50 किलोमीटर की दूरी से आकर बच्चे जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव करने को मजबूर हैं देखिए यह रिपोर्ट।


Body:वीओ 1 - महासमुंद जिले में कुल 1957 शासकीय स्कूल संचालित है जिनमें प्राथमिक 1281 मिडिल 491 हाई स्कूल 66 हायर सेकेंडरी स्कूल 119 है जिनमें 1लाख 35 हज़ार बच्चे अपना भविष्य गढ़ने आते हैं जिले में प्रचार की 184 पद स्वीकृत हैं और 42 कार्यरत है और 142 खाली है व्याख्याता के 1844 पद स्वीकृत हैं और 1392 कार्यरत हैं 452 पद खाली है इसी प्रकार शिक्षक के 2267 पद स्वीकृत हैं और 1939 कार्यरत हैं 328 पद खाली हैं सहायक शिक्षक के 3075 पद स्वीकृत हैं और 2975 कार्यरत हैं 100 पद खाली हैं व्यापम शिक्षक के 110 पद स्वीकृत हैं और 47 कार्यरत हैं 63 पद खाली है 1 सहायक शिक्षक विज्ञान के 317 पद स्वीकृत हैं और 191 कार्यरत हैं 126 पद खाली हैं इस प्रकार कुल 7797 पद में 6586 कार्यरत हैं और 1211 पद आज भी खाली है 35 हाई स्कूल एवं 33 हायर सेकेंडरी स्कूल ऐसे हैं जहां अपना भवन नहीं है 11 मिडिल एवं 111 प्राथमिक स्कूल ऐसे हैं जहां एक भी शिक्षक नहीं है ऐसे में अंदाज लगाया जा सकता है कि बच्चे कैसे पढ़ाई करते होंगे इसी कड़ी में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला फ्लोर को 2 वर्ष पहले हाई स्कूल में उन्नयन कर दिया गया पर आज तक शिक्षक की पदस्थापना नहीं हुई जिससे परेशान बच्चे व पालकों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव कर दिया बच्चों का कहना है कि हम लोगों को 10वीं की बोर्ड परीक्षा देना है पर हमारे स्कूल में शिक्षक नहीं ऐसे में हम लोग बोर्ड परीक्षा कैसे देंगे।


Conclusion:वीओ 2 - इस पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी अपना ही राग अलाप रहे हैं गौरतलब है कि जिले में आए दिन बच्चे स्कूलों में ताला जड़ते आ रहे हैं उसके बावजूद शिक्षक की व्यवस्था नहीं होना कई सवालों को जन्म देता है।

बाइट 1 - रमा निसाद 10वीं की छात्रा पहचान स्कूल ड्रेस में सफेद दुपट्टा नीला सूट बैकग्राउंड में कूलर पीछे दिख रहा है और 2 स्कूली छात्रा आजू बाजू खड़े हैं।

बाइट 2 - सुरेखा 10वीं की छात्रा पहचान स्कूल ड्रेस में सफेद दुपट्टा नीला सूट इस छात्रा के पीछे भी कूलर दिख रहा है लेकिन इसके साथ सिर्फ एक छात्रा खड़ी है।

बाइट 3 - बीएल कुर्रे जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद पहचान चश्मा लगाया हुआ और नीले कलर का प्लेन फुल शर्ट।

हकीमुद्दीन नासिर रिपोर्टर ईटीवी भारत महासमुंद छत्तीसगढ़ मो. 9826555052
Last Updated : Nov 2, 2019, 5:51 PM IST
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