महासमुंद: महानदी के तट पर स्थित सिरपुर का इतिहास संस्कृति, समृद्धि और वास्तुकला की गरिमा से ओतप्रोत रहा है. सिरपुर प्राचीन काल में श्रीपुर के नाम से विख्यात था. पाण्डुवंशी शासकों के काल में इसे दक्षिण कौशल की राजधानी होने का गौरव प्राप्त रहा है. सरकार ने श्रीराम वनगमन पथ के लिए सिरपुर को भी चिन्हांकित किया है.
राज्य सरकार श्रीराम वनगमन परिपथ के साथ-साथ सिरपुर को बड़े पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने जा रही है. प्रदेश के मुख्य सचिव आरपी मंडल की अगुवाई में शनिवार को राज्य के मुख्य वन संरक्षक, राकेश चतुर्वेदी और पर्यटन सचिव पी अलबलगन ने सिरपुर भ्रमण किया.
दिए जरूरी दिशा-निर्देश
भ्रमण के दौरान आरपी मंडल ने राजमहल परिसर, सुरंग टीला, तीवरदेव बौद्ध विहार और बाजार स्थल का अवलोकन किया. इस दौरान मुख्य सचिव मंडल ने कलेक्टर सुनील कुमार जैन, जिला पंचायत का मुख्य कार्यपालन अधिकारी रवि मित्तल, वनमण्डलाधिकारी मयंक पाण्डेय के साथ चर्चा की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए. साथ ही कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने जिले की महिला स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित दैनिक उपयोग में आने वाली सामग्री की भी जानकारी मुख्य सचिव को दी.