महासमुंद : जिले के सिंघोड़ा थाना क्षेत्र के पुटका गांव में एक विचलित करने वाली घटना सामने आई है. यहां एक शिक्षक के घर से जले हुए मानव अवशेष मिले हैं. साथ ही साथ खून के धब्बों ने ट्रिपल मर्डर के ओर इशारा किया है.वहीं अब महासमुंद पुलिस पूरे मामले पर बारीकी से जांच में जुटी है.
कौन हैं गुमशुदा इंसान : पैकिन गांव में शिक्षक प्रभात भोई प्राचार्य के पद पर कार्यरत थे. जिनके घर में सदस्यों की संख्या 5 है. जिसमें छोटा बेटा रायपुर में पढ़ाई करता है. सिंघोड़ा के पुटका गांव प्रभात अपने नए मकान में पिछले दो साल से अपनी पत्नी, मां और बेटे के साथ रह रहे थे. लेकिन शिक्षक प्रभात भोई, उनकी पत्नी सविता भोई और मां सुलोचना भोई पिछले 8 मई से लापता थे. जिसकी रिपोर्ट बड़े बेटे उदित भोई ने सिंघोड़ा थाने में दर्ज कराई थी. उदित ने पुलिस को बताया कि मम्मी पापा और दादी इलाज के लिए रायपुर गए थे. जो वापस नहीं आए. इसके बाद पुलिस ने गुम इंसान का मामला दर्ज कर पिछले 1 हफ्ते से तीनों की तलाश जारी रखी थी.
नए घर में पहुंची पुलिस : तीनों इंसानों का जब पता नहीं चला तो पुलिस प्रभात के नए घर पर पहुंची.जहां पुलिस को जली हुई हड्डियां और खून के धब्बे मिले.ये सारा कुछ देखकर पुलिस को जरा भी मामला समझने में देर ना लगी.इसके बाद पुलिस ने तुरंत शिक्षक दंपती के बड़े बेटे उदित को हिरासत में ले लिया.इसके बाद हड्डियों और खून के धब्बों को इकट्ठा कर अपने साथ ले गई.
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कहीं उदित ही तो नहीं हत्यारा : महासमुंद जिले की पुलिस इस पूरे मामले में कुछ नहीं कह रही है और मीडिया से दूरी बना ली है. जिससे अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि हड्डियां किसकी है.वहीं गांव वालों की माने तो पिछले कुछ समय से शिक्षक प्रभात भोई गुमसुम नजर आ रहे थे. क्योंकि उनका बड़ा बेटा निठल्ला होने के साथ-साथ नशेड़ी बन चुका था. उदित को कुछ समय पहले मोबाइल चोरी के आरोप में गिरफ्तार भी किया था.वहीं कुछ दिनों से गांव में उदित अनुकंपा नियुक्ति के नियम भी पूछ रहा था.जिससे इस ओर शक गहराता जा रहा है कि कहीं उदित ने ही पिता की नौकरी के लिए जघन्य हत्याकांड को अंजाम ना दे दिया हो. फिलहाल पुलिस इस मामले से जल्द पर्दा उठा सकती है.