महासमुंद: भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के संयोजक विमल चोपड़ा के नेतृत्व में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMHO) कार्यालय का घेराव किया. घेराव के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने CMHO के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
विमल चोपड़ा ने बताया कि राष्ट्रीय अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के तहत आई हॉस्पिटल का रायपुर स्वास्थ्य विभाग से करारा हुआ था. समझौते के तहत महासमुंद के 122 लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ. करार के मुताबिक CMHO को प्रति ऑपरेशन 2 हजार रुपये का भुगतान किया जाना था. लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी उन्हें भुगतान नहीं हुआ. जिसके कारण अरविंदो हॉस्पिटल ने गरीब मरीजों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन बंद कर दिया है.
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4 महीनों से नहीं हुआ भुगतान
अस्पताल बंद होने की वजह से गरीब मरीज को भटकना पड़ रहा है. मोतियाबंद के ऑपरेशन में करीब 25 से 30 हजार का खर्च आता है. लेकिन अरविंदो हॉस्पिटल केवल 2 हजार रुपये में मोतियाबिंद का ऑपरेशन करता है. जो महासमुंद जिले के गरीब और बुजुर्ग लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है. लोगों का कहना है कि CMHO की लापरवाही के कारण अब अरविंदो हॉस्पिटल रायपुर ने ऑपरेशन करने से मना कर कर दिया है. क्योंकि उनका पुराना भुगतान 3-4 महीने से नहीं हुआ है.
भुगतान नहीं होने पर करेंगे घेराव
भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ ने इस संबंध में डॉ. आनंद सक्सेना से बात की. तब ये बात सामने आई कि 122 लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया था. जिसका पेमेंट 4 महीनों से नहीं मिल पाया है. इस वजह से अरविंदो हॉस्पिटल में गरीब मरीजों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन बंद कर दिया गया है. बीजेपी का कहना है कि 7 दिनों के भीतर भुगतान नहीं हुआ तो फिर से आंदोलन करेंगे और जब तक भुगतान नहीं होगा, ये घेराव दिन और रात जारी रहेगा.