महासमुंद: भाजपा के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकर और कांग्रेस के वनोपज संघ के अध्यक्ष प्रमोद चन्द्राकर के बीच मारपीट का मामला सामने आया है. घटना रविवार, 30 अप्रैल की बताई जा रही है. प्रकाश चन्द्राकर ने प्रमोद चंद्राकर पर पारागांव के सामाजिक कार्यक्रम में उनके साथ मारपीट और जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है. पुलिस में मामला दर्ज कराते हुए प्रकाश चंद्राकर ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर पूरी बात मीडिया के सामने रखी. वहीं प्रमोद चन्द्राकर ने प्रकाश पर भरे मंच से खुद पर झूठा आरोप लगाने की बात कही. प्रमोद चंद्राकर ने मारपीट की घटना से साफ इनकार किया है.
जानिए ये है पूरा मामला: महासमुंद नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकर (भाजपा) ने एक दिन पहले प्रेसवार्ता में बताया कि रविवार को चंद्रनाहु कुर्मी क्षत्रिय समाज रायपुर राज का पारागांव आरंग में दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन था. इसमें उन्हें विशेष अतिथि बनाया गया था. चंद्रनाहु कुर्मी समाज के अधिवेशन के दौरान महासमुंद जिला वनोपज संघ के अध्यक्ष (कांग्रेस) प्रमोद चन्द्राकर ने उनके साथ गाली गलौज करते उन पर जानलेवा हमला किया. इसकी शिकायत प्रकाश चन्द्राकर ने आरंग थाने में दर्ज कराई है.
विनोद चंद्राकर पर संरक्षण देने का आरोप: पूर्व पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने बताया कि "उसी दरम्यान उनके घर से सूचना मिली कि कुछ लोग घर के मेन गेट को खोलकर पत्थरबाजी भी कर रहे हैं. इससे हमारा पूरा परिवार डरा सहमा है. इसलिए कोतवाली थाना से सुरक्षा की मांग किया हूं." प्रकाश चंद्राकर यह भी आरोप लगाया है कि "प्रमोद चन्द्राकर के भाई विनोद चंद्राकर वर्तमान में संसदीय सचिव और विधायक हैं. इसलिए प्रमोद चन्द्राकर ऐसा कर रहे हैं."
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'मुझसे हुआ है विवाद, भाई से लेना देना नहीं': जिला वनोपज संघ के अध्यक्ष प्रमोद चंद्राकर ने सभी आरोपों को निराधार बताया है. प्रमोद चंद्राकर ने कहा कि "मेरी ओर से कोई मारपीट नहीं की गई है. बल्कि प्रकाश चन्द्राकर ने गलत आरोप लगाने पर वाद विवाद और गाली गलौज की. रही बात हमारे भाई संसदीय सचिव विनोद चन्द्राकर की तो उनका इससे कोई लेना देना नहीं है."
दरअसल, विधानसभा चुनाव में महज कुछ ही वक्त बचा है. ऐसे में महासमुंद जिले में चुनावी सरगर्मी भी तेज हो गई है. जिले में चंद्राकर वोटर्स की संख्या अधिक है, इसलिए इन दो चंद्राकर के बीच वर्चस्व को लेकर भी होड़ मची हुई है. हालांकि इस लड़ाई झगड़े से महासमुंद विधायक विनोद चंद्राकर को कितना नफा नुकसान होगा, यह तो विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे ही बताएंगे.