महासमुंद: जिले को हरा भरा बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. वन विभाग बड़े स्तर पर पौधरोपण की तैयारी कर रहा है. वन विभाग करीब 4 साल से जिले में पौधरोपण कर रहा है. हर साल बारिश से पहले लाखों की संख्या में पौधे लगाए जाते हैं. इसके लिए विभागीय वृक्षारोपण, हरियर छत्तीसगढ़ , मनरेगा, शिक्षा विभाग और जनप्रतिनिधियों के जरिए योजना बनाकर पौधरोपण कराया जाता है.
इस साल भी महासमुंद वन मंडल 8 योजनाओं के तहत वन क्षेत्र के अंदर 7 लाख 41 हजार 591 और वन क्षेत्र के बाहर 9 लाख 44 हजार 172 पौधे लगाने की तैयारी में है. वन विभाग अलग-अलग इलाकों में ऑक्सीजोन बनाएगा. जिसमें सब्जी-फल के साथ छायादार वृक्षों के पौधे लगाए जाएंगे.
2020 में बारिश से पहले 5 वन परिक्षेत्र के 35 जगहों पर पौधरोपण किए जाएंगे. लगभग दो लाख मुनगा के पौधे तैयार किए गए हैं. जिसकी मांग ग्रामीणों में ज्यादा है. इस बार वन विभाग ने जो पौधे तैयार किए हैं. 8 लाख निशुल्क पौधे भी वितरित किए जाएंगे . जिसमें पीपल, आम, जामुन, शीशम, काला सिरस, सफेद सिरस, काछिनार और सिंधुर के पौधे तैयार किए गए हैं.
3-4 सालों में लगे लाखों पौधे
जिले को हराभरा बनाने के लिए और प्रदेश में पर्यावरण की स्थिती को सामान्य करने के लिए वन विभाग हर साल लाखों की संख्या में पौधरोपण कर रहा है. अब तक 12 लाख 31 हजार 8 सौ 34 पौधे लगाए गए हैं. शहरी इलाकों के खाली जगहों में गार्डन बनाए जा रहे हैं. तीन-चार सालों में शहर की ऐसी जगहों पर प्लांटेशन कर ऑक्सीजोन के रूप में तैयार करने की योजना है.
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- शहर में तीन ऑक्सीजोन एरिया बनाए गए हैं.
- 2017 में बरोडा बाजार के मेन रोड के पास खाली जगहों में लगभग 7000 पौधे लगाए गए.
- 2018 में ITI लभरा रोड के पास हजारों की संख्या में पौधे लगाए गए.
- 2019 में दलदली रोड के पास हजारों की संख्या में पौधे लगाए गए.
- 2019 में 5 वन परिक्षेत्र में 52 जगहों पर पौधरोपण किया गया.
- पिछले साल 12 लाख 31 हजार 834 पौधे रोपित किए गए थे . जिसमें 90 % जीवित हैं.
वन विभाग ने पिछले साल एक नंबर जारी किया था. जिसमें कोई भी फोन कर बिल्कुल फ्री पौधे मंगा सकता था. इसके अलावा 10 रुपए में एक पौधा वन विभाग कर्मचारी खुद रोप रहे थे. इस साल भी ऐसा एक नंबर जारी करने की तैयारी है.