महासमुंद: सरायपाली पुलिस बड़ी मात्रा में हाथ भट्टी निर्मित देसी महुआ शराब पकड़ने में सफलता हासिल की है. लिमऊगुड़ा गांव से 730 लीटर महुआ शराब के साथ 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास 35 बोरी महुआ को भी नष्ट किया गया है. पकड़े गए आरोपियों में 2 महिला और एक पुरुष शामिल हैं. जब्त शराब की कीमत 1 लाख 46 हजार रुपये बताई जा रही है.
सरायपाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गांव में लंबे समय से शराब बनाने का काम चल रहा था. यह गांव अवैध शराब को लेकर काफी चर्चित है. पुलिस मुखबिरों की सहायता से लंबे समय से यहां पर निगरानी रखे हुए थी. थाना प्रभारी वीणा यादव ने बताया कि मंगलवार को मुखबिर से सूचना मिली की लिमऊगुड़ा के खेत में कुछ लोग बड़ी मात्रा में हाथ भट्टी महुआ शराब बना रहे हैं. सूचना मिलते ही पुलिस ने एक टीम का गठन किया और दल बल के साथ मुखबिर के बताए हुए स्थान पर दबिश दी. जहां से 3 लोगों को शराब बनाते हुए पकड़ा गया.
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730 लीटर महुआ शराब बरामद
पुलिस ने बड़ी मात्रा में महुआ जब्त किया. जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया. आरोपी खेत के मेड़ में भट्टी लगाकर शराब बना रहे थे. पुलिस ने ड्रम, जैरीकैन में रखे 730 लीटर महुआ शराब बरामद किया. जिसकी अनुमानित कीमत 1 लाख 46 हजार रुपये बताई जा रही है.
गिरफ्तार आरोपी
- जगत राम निषाद (46 साल)
- श्याम बाई (45 साल)
- सुमित्रा बाई (45 साल)
पकड़े गए तीनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की है. इसमें सरायपाली एसडीओपी विकास पाटले, थाना प्रभारी वीणा यादव, उप निरीक्षक अनिल पारलेश्वर और इस थाना स्टाफ का विशेष योगदान रहा.