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कोरिया: दवाइयों को नशे के रूप में उपयोग कर रहे युवा, मौन है प्रशासन - ETV भारत

जिले के जनकपुर और भरतपुर में युवा कोडीन और फास्फेटयुक्त खांसी की दवाइयों को नशे के रूप में उपयोग कर रहे हैं. वहीं मनेन्द्रगढ़ SDOP ने मामले की जांच करके दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की भी बात कही है.

नशे के रूप में दवाईयों का उपयोग कर रहे है युवा
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Published : Nov 15, 2019, 7:19 PM IST

Updated : Nov 15, 2019, 10:22 PM IST

कोरिया: जिले के जनकपुर में नशे का सामान धड़ल्ले से बिक रहा है. जनकपुर और भरतपुर में युवा कोडीन और फास्फेटयुक्त खांसी की दवाइयों को नशे के रूप में उपयोग कर रहे हैं.

दवाइयों को नशे के रूप में उपयोग कर रहे युवा

दरअसल आजकल युवाओं में नशे की लत बड़ी तेजी से बढ़ती जा रही है. युवा बिना डॉक्टर के अनुमति से दवाई दुकानों में बिकने वाली कफ सिरप की खरीदारी करके नशे के रूप में इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं जानकारी होने के बाद भी प्रशासन चुप है.

नशे की लत युवाओं के लिए है खतरा
बता दें कि 12 से 15 साल से भी कम उम्र के बच्चे इस नशे की लत के शिकार हो रहे हैं.

कारोबारियों को नहीं है डर
वहीं नशे के कारोबारियों को शासन और प्रशासन से किसी भी प्रकार का कोई डर ही नहीं है, जिसके कारण ही दवाइयों को खुलेआम बेचा जा रहा है. आलम यह है कि स्कूल के मैदान में भी कफ सिरप की बोतले यहां-वहां दिखने को मिल जाएगी.

पढ़े: वन अधिकार पदयात्रा : सड़क पर उतरे आदिवासी, सुप्रीम कोर्ट में पक्ष रखने की मांग

ETV भारत की टीम ने जब इस संबंध में मनेन्द्रगढ़ SDOP से बात की तो उनका कहना था कि इसकी जानकारी उनको ETV भारत की टीम से ही मिली है. साथ ही उन्होंने मामले की जांच करके दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की भी बात कही है.

कोरिया: जिले के जनकपुर में नशे का सामान धड़ल्ले से बिक रहा है. जनकपुर और भरतपुर में युवा कोडीन और फास्फेटयुक्त खांसी की दवाइयों को नशे के रूप में उपयोग कर रहे हैं.

दवाइयों को नशे के रूप में उपयोग कर रहे युवा

दरअसल आजकल युवाओं में नशे की लत बड़ी तेजी से बढ़ती जा रही है. युवा बिना डॉक्टर के अनुमति से दवाई दुकानों में बिकने वाली कफ सिरप की खरीदारी करके नशे के रूप में इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं जानकारी होने के बाद भी प्रशासन चुप है.

नशे की लत युवाओं के लिए है खतरा
बता दें कि 12 से 15 साल से भी कम उम्र के बच्चे इस नशे की लत के शिकार हो रहे हैं.

कारोबारियों को नहीं है डर
वहीं नशे के कारोबारियों को शासन और प्रशासन से किसी भी प्रकार का कोई डर ही नहीं है, जिसके कारण ही दवाइयों को खुलेआम बेचा जा रहा है. आलम यह है कि स्कूल के मैदान में भी कफ सिरप की बोतले यहां-वहां दिखने को मिल जाएगी.

पढ़े: वन अधिकार पदयात्रा : सड़क पर उतरे आदिवासी, सुप्रीम कोर्ट में पक्ष रखने की मांग

ETV भारत की टीम ने जब इस संबंध में मनेन्द्रगढ़ SDOP से बात की तो उनका कहना था कि इसकी जानकारी उनको ETV भारत की टीम से ही मिली है. साथ ही उन्होंने मामले की जांच करके दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की भी बात कही है.

Intro:जनकपुर मे बढ़ता हुआ नशे का कारोबार धड़ल्ले से बिक रहा जनकपुर और भरतपुर में नशे की onrex,rc (कोडीन फास्फेट युक्त खांसी की दवा)और गांजा ।

Body:आज के बढ़ते हुए युवाओं में नसे की लत बड़ी तेजी से अपनी ओर आकर्षित कर रहा है, बिना डॉक्टर अनुमति से दवाई दुकानों में मिलने वाली कफ सिरफ धड़ल्ले से बिक रही है। जानकारी होने पर भी प्रशासन मौन हैं। 12 से 15 वर्ष से भी कम उम्र के बच्चों को नशा बेचा जा रहा है, जो लगभग 50% के आस पास होगी। जो हमारे आने वाली पीढ़ी को बर्बाद कर सकती है। नशे के कारोबारियों को किसी प्रकार का शासन और प्रशासन से कोई डर नहीं है जोकि खुलेआम बेचा जा रहा है। इसका आलम यह है कि स्कूल के मैदान में भी कफ सिरफ की बोतल दिखने को मिल जाएगी। इस संबंध में जब हमने मनेन्द्रगढ़ एसडीओपी से बात की तो उनका कहना था कि आप लोगो के द्वारा ही जानकारी मिली है। Conclusion:इसकी जांच करेंगे और इसमें जो भी दोसी पाया जाता है उसपे कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
बाइट - मदन (स्थानीय)
बाइट - लालचंद मोहले (प्रभारी एस.डी.ओ.पी.,मनेन्द्रगढ़)
Last Updated : Nov 15, 2019, 10:22 PM IST
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