कोरिया: भरतपुर तहसील के हरचौका में मवई नदी में अवैध रेत उत्खनन को लेकर ग्रामीण विरोध में उतर आए हैं. पर्यटन बचाओ और नदी बचाओ संघ के बैनर तले ग्रामीण सड़क पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
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स्वीकृत रेतघाट के सामने सड़क पर ग्रामीणों का आंदोलन जारी है. ग्रामीणों को समझाने के लिए स्थानीय प्रशासन पहुंचा. अधिकारी-कर्मचारियों को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों ने सीधे तौर पर अवैध रेत खनन को बंद कराने की मांग की है. रेत खनन बंद नहीं होने पर आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है.
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रेत खदान बंद कराने की मांग
ग्रामीणों का आरोप है कि मवई नदी के भीतर डंपर लगाकर जेसीबी मशीन से रेत खनन कर परिवहन किया जा रहा है. जबकि स्वीकृत एरिया से बाहर खनन किया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत में निर्मित सड़क की आवागमन की क्षमता बेहद कम है. यहां से रेत डंपर ओवरलोड रेत भरकर परिवहन कर रहे हैं. इससे सड़क खराब हो रही है. ग्रामीणों ने रेत घाट बंद करने की मांग की है.
कुंआ, नल और बोरवेल के जल स्तर में गिरावट
ग्रामीणों ने कहा राम वन गमन स्थल सीतामढ़ी के पास ही रेत का उत्खनन हो रहा है. हमारे दार्शनिक स्थल सीतामढ़ी को भी नुकसान पहुंचने की संभावना है. ग्रामीणों के मुताबिक गांव के कुओं, नल और बोरवेल के जल स्तर में भारी गिरावट आई है. यह चिंता का विषय है.