मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : वन मंडल मनेन्द्रगढ़ के भरतपुर विकासखंड के वन परिक्षेत्र कुंवारपुर में अभी तेंदुए के हमले से तीन मौत हो चुकी है. इससे अभी ग्रामीण उबरे ही नहीं थे कि अब बाघ देखकर ग्रामीण फिर से घबरा चुके हैं. ग्रामीणों में इतनी ज्यादा दहशत है कि सभी रतजगा कर रहे हैं.बाघ को वापस जंगल की ओर खदेड़ने के लिए वन विभाग का अमला लगातार प्रयास में जुटा हुआ है.बाघ किसी भी ग्रामीण पर हमला ना करें इस बात का ध्यान रखा जा रहा है.ग्रामीण भी यूकेलिप्टिस के पेड़ों में छिपे बाघ को खदेड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
कहां छिपा है बाघ : नूर मोहम्मद ग्रामीण ने बताया कि '' यहां पर लड़की बर्तन धो रही थी शेर आया और लड़की के ऊपर हमला करने जा रहा था. तभी कुत्ते जोर जोर से भौंकने लगे. तो लोगों ने देखा तो शेर था. वहां और भी लोग गए और जोर जोर से हल्ला करने लगे तो शेर यूकेलिप्टिस के बाग में घुस गया.''
ग्रामीणों में डर का माहौल : समाजसेवी की माने तो आज ग्राम सगरा में शेर को खदेड़ते हुए गांव के लोग आए. तभी वो युलिप्टिक्स के प्लांट में घुस गया. जिससे इस गांव के आम नागरिक पूरे दहशत में है. कभी भी अचानक किसी के ऊपर हमला हो सकता है. हम लोग चाहते हैं कि इस शेर को यहां से ले जाए या फिर यहां से भगा दिया जाए. जिससे गांव के ग्रामीणों को आने जाने में डर या शेर का सामना ना करना.
ग्रामीण राम बहादुर सिंह ने बताया कि '' मैं सबेरे अपने गाय को चरा रहा था. तभी बहुत हल्ला होने लगा. मैं नहीं समझ पाया कि शेर मेरे नजदीक है. मैं देखा तो शेर यहां कुछ दूर पर आकर बैठ गया था. मैं देखा तो डर गया और भाग गया. उसके बाद शेर यूकेलिप्टस के बाग में छिप गया.
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कहां से आया बाघ : मनेन्द्रगढ़ वनमंडल के डीएफओ लोकनाथ पटेल ने बताया कि '' ग्रामीणों ने देखा है और ग्रामीणों के द्वारा ही बताया जा रहा है. वहां नीलगिरी के पेड़ के नीचे शेर है. लेकिन अभी देखा नहीं गया है. लगातार हमारे स्टाफ यहां पर रहेंगे और साथ में पुलिस बल भी यहां पर है. हम शेर को पकड़ने की कोशिश करेंगे.