मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : केल्हारी वनपरिक्षेत्र में आदमखोर तेंदुए ने तीन ग्रामीणों को अपना शिकार बनाया था. तेंदुए की दहशत को कम करने के लिए वन विभाग की पूरी टीम ने तमोर पिंगला वन्य अभ्यारण्य की टीम के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. इस ऑपरेशन में सफलता मिली. लेकिन अब एक और खतरा सामने आ गया है. इस बार खतरा पहले से भी ज्यादा खतरनाक है. मध्यप्रदेश के जंगलों से होता हुआ छत्तीसगढ़ की सीमा में एक बाघ आ चुका है. जिसकी दहशत पहले से ही गांवों में थी. लेकिन अब बाघ ने एक इंसान को अपना शिकार बनाया है.
मछली पकड़ने गया था ग्रामीण : 3 फरवरी 2023 की शाम लगभग 4 बजे ग्राम कछौड़ गुडुरूपारा निवासी बुद्धू लाल अगरिया गुडुरु नदी के बांध में मछली मारने गया था. जब वह काफी देर तक वापस नहीं आया तो परिवार के लोग उसे खोजने जंगल की ओर गये. उन्होंने देखा कि नदी के बांध किनारे मछलियां बिखरी पड़ी थी. बुद्धू लाल का एक चप्पल मछलियों के पास ही पड़ा था.आसपास खून के छींटे जमीन पर थे और उसी जगह पर बाघ के ताजे पंजे के निशान भी थे.ग्रामीणों को समझने में जरा भी देर नहीं लगी कि वहां क्या हुआ होगा. अनहोनी कि आशंका को मन में लिए ग्रामीणों ने बुद्धू लाल की खोजबीन शुरु की.जंगल के अंदर जाने पर लोगों को बुद्धू जिस हाल में मिला वो काफी चौकाने वाला था.क्योंकि बाघ ने बुद्धू का शिकार कर लिया था.
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वन विभाग को दी गई सूचना : ग्रामीणों ने बुद्धू का शव मिलने के बाद उसके परिवार को इसकी जानकारी दी.परिजनों ने पुलिस और वनविभाग को सूचना दी.सूचना के बाद केल्हारी पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा किया.लोगों का कहना है कि बाघ आसपास जंगल में घूम रहा है .फिर किसी को शिकार बना सकता है. इस बात से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.घटना की जानकारी मिलने के बाद से वन विभाग की टीम लगातार सर्चिंग कर रही है. साथ ही ग्रामीणों को जंगलों की ओर ना जाने की समझाइश दी जा रही है.