कोरिया : मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ के कोटाडोल वनपरिक्षेत्र के जंगल में आए टाइगर ने एक भैंस और बैल को शिकार बनाया है. वहीं टाइगर मूवमेंट करता हुआ केल्हारी जंगल, बिहारपुर वनपरिक्षेत्र से होकर कोरिया वनमंडल के जंगल में दाखिल हुआ है. फॉरेस्ट विभाग के अनुसार टाइगर ने रात को बिहारपुर वनपरिक्षेत्र के ग्राम पंचायत छरछा बस्ती में बछड़े का शिकार करने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुआ.
कोटाडोल बीट में किया शिकार : टाइगर वन परिक्षेत्र कोटाडोल बीट भुमका कक्ष क्रमांक पी 28 के ग्राम पंचायत भुमका में दाखिल हुआ. जहां ग्रामीण भूपे यादव की भैंस को शिकार बनाया. इसके बाद कुहूकपुर में टाइगर ने ग्रामीण सुखलाल गोड़ के बैल को मारा. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद एसडीओ वन केएस कंवर के नेतृत्व में फॉरेस्ट टीम गांव पहुंची. टीम लगातार टाइगर मूवमेंट की मॉनिटरिंग में जुटी है. ग्रामीणों को जंगल नहीं जाने और रात को घर से बाहर नहीं निकलने की समझाइश दी जा रही है.
अब कहां है बाघ : भैंस और बैल को मारने के बाद टाइगर अब मूवमेंट कर कोटाडोल वनपरिक्षेत्र स्थित झरिया नाला से होकर सोनहत ब्लॉक के कचोहर जंगल में दाखिल हुआ है. ये एरिया गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से काफी दूर है. वन विभाग को उम्मीद है कि बाघ गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान एरिया की ओर रुख करेगा. लेकिन उससे पहले कोरिया जिले के मैदानी इलाकों में बाघ की चहलकदमी ने मुश्किल बढ़ा दी है.
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देवगढ़ वनपरिक्षेत्र में अलर्ट जारी : कोरिया वनमंडल ने मैदानी अमले को अलर्ट जारी कर दिया है. फिलहाल देवगढ़ परिक्षेत्र के प्रभावित ग्राम निग्मोहर, कचोहर, देवतीडांड़, मनियारी, छापर, बडेरा, गिधेर, चंदहा में ग्रामीणों को सावधानी बरतने सलाह दी जा रही है. कहा गया है कि किसी वन्यजीव या पशु को अपना शिकार बनाने पर बाधित नहीं करें. इस मामले में एसडीओ, रेंजर के नेतृत्व में बनिया नाला के आसपास टीम निगरानी करने पहुंची है. हालांकि शाम तक बाघ कहीं नजर नहीं आया. लेकिन बाघ के पग मार्क पाए गए हैं.