कोरिया: बैकुंठपुर के ग्राम पंचायत पसला में आदिवासी छात्रावास में रहकर पढ़ने वाले आदिवासी छात्र की पिटाई छात्रावास के प्यून पर करने का आरोप लगा है. पीड़ित ने अपने पिटाई की बात घर वालों को बताई जिसके बाद परिजनों ने थाने पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है. प्यून की पिटाई से जख्मी छात्रों को गांव के सरपंच ने पहले इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया. छात्रा ने बताया कि छात्रावास के कर्मचारी ने बिना वजह उसकी पिटाई शुरु कर दी. पिटाई से छात्र को कई जगहों पर चोटें आई हैं.
आदिवासी छात्रावास में छात्र की पिटाई का मामला गर्माया: पसला के पंचायत को जैसे ही पता चला कि छात्रावास में छात्र की बुरी तरह से पिटाई हुई है वो तुरंत छात्रावास पहुंचे. घायल छात्र का हाल लेने के बाद सरपंच ने इलाज के लिए छात्र क अस्पताल पहुंचाया फिर उसके घर वालों को पिटाई की जानकारी दी. पीड़ित छात्र ने परिवार जनों को बताया कि वो अपने कमरे में आराम कर रहा था. कर्मचारी जैसे ही उसके कमरे में आया उसने पूछा कि तुम्हारी मां की मौत कब हुई थी. छात्र कर्मचारी के सवाल से घबरा गया और जवाब नहीं दिया. जवाब नहीं मिलने पर कर्मचारी गुस्से में आ गया और उसने जमकर छात्र की पिटाई लगा दी. पुलिस ने भी कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
कर्मचारी पर गिरी गाज: आदिवासी विभाग की सहायक आयुक्त ने मामले की शिकायत मिलते ही तत्काल प्रभाव से प्यून को निलंबित कर जांच बिठा दी है. सहायक आयुक्त का कहना है कि ऐसे मामलों में किसी भी नहीं बख्शा जाना चाहिए. विभागीय जांच के बाद ही अब ये साफ हो पाएगा कि कर्मचारी ने छात्र की पिटाई क्यों की. छात्रावास में छात्र की बेरहमी से पिटाई होने के बाद छात्रावास में रहने वाले बाकी बच्चे भी डरे सहमे हैं. पीड़ित छात्र के परिजनों ने पुलिस और छात्रावास प्रबंधन से मांग की है कि दोषी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.